एक बहुत पुरानी कहावत है-‘एक भूल इंसान को हमेशा के लिए बर्बाद कर देती है.’’ यह कहावत पूरी तरह से अभिनेता संजय दत्त पर सटीक बैठती है. दोस्ती के चक्कर में संजय दत्त ने अपने घर में हथियार छिपाकर रखने की ऐसी भूल की है, जिसका खामियाजा वह अब भी चुका रहे हैं. इसी के चलते वह अदालत द्वारा सुनाई गयी जेल की सजा भी काट चुके हैं. फरवरी माह में जब वह जेल से बाहर निकले थे, तो विजेता की तरह मुस्कुरा रहे थे. जेल से बाहर निकलते ही राजकुमार हिरानी, सुभाष घई, विधु विनोद चोपड़ा व सिद्धार्थ आनंद सहित कई फिल्मकारों ने संजय दत्त को लेकर फिल्म बनाने की घोषणा  कर दी थी. संजय दत्त ने संजय गुप्ता के संग भी अपने संबंध सुधार लिए थे. लेकिन अफसोस की बात है कि उनका करियर संवरने की बजाय बर्बादी की ओर ही जा रहा है. उन्हें लगातार अपमानित भी होना पड़ रहा है. सूत्रों का दावा है कि इसी के चलते वह दिन रात शराब के नशे में डूबे रहने लगे हैं. हाल ही मुंबई में एक फिल्मी समारोह में संजय दत्त ने नशे की हालत में कुछ लोगों के साथ बदतमीजी की. बडी मुश्किल से उनकी पत्नी मान्यता दत्त उन्हे वहां से लेकर गयी.

राजकुमार हिरानी, संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित बायोपिक फिल्म बनाने वाले थे, पर यह फिल्म शुरू नहीं हो पायी. यह एक अलग बात है कि इसके लिए रणबीर कपूर पर दोष मढ़ा जा रहा है, पर कुछ लोग इसके लिए भी संजय दत्त के सितारों का गर्दिश में होना मान रहे हैं. इसके बाद संजय दत्त ने सिद्धार्थ आनंद की फिल्म ‘‘बदला’’ के लिए काफी मेहनत की. अपने घर के सामने की जगह पर जिम बनाकर दो माह तक खास ट्रेनिंग हासिल की, लेकिन अंततः फिल्म ‘‘बदला’’ को किसी भी स्टूडियो का समर्थन न मिलने के कारण बंद करना पड़ा.

अब सूत्र दावा कर रहे हैं कि सिद्धार्थ आनंद फिल्म ‘‘बदला’’ पुनः शुरू करने जा रहे हैं. मगर इस बार फिल्म ‘बदला’ में संजय दत्त की जगह पर रितिक रोशन आ गए हैं. सुभाष घई ने बड़े जोश में फरवरी माह में घोषणा की थी कि वह संजय दत्त के साथ अपनी सफलतम फिल्म ‘‘खलनायक’’ का सिक्वअल बनाएंगे, पर अफसोस इस फिल्म का भी कुछ नहीं हुआ. सूत्र बता रहे हैं कि सुभाष घई का सारा ध्यान मुंबई के गोरेगांव इलाके के उनके मल्टीप्लैक्स पर है.

संजय दत्त को ही लेकर फिल्म ‘धमाल’ के सिक्वअल की भी बात हुई थी. इसकी पटकथा भी लिखी गयी. जब इसकी लागत का आकलन हुआ, तो निर्माता भाग खड़े हुए. इतना ही नहीं राजकुमार हिरानी ने संजय दत्त की बायोपिक फिल्म के बदले में ‘मुन्ना भाई’ का सिक्वअल बनाने की बात कही थी. पर इसके बनने की कोई उम्मीद नजर नही आ रही है. अब तो राज कुमार हिरानी खुद कह चुके हैं कि उनके पास अगले दो वर्ष तक समय नहीं है.

इधर संजय दत्त को विधु विनोद चोपड़ा की बहन शैली धर की फिल्म ‘मारको भाई’ से काफी उम्मीदे थी. संजय दत्त को उम्मीद थी कि शैली धर ‘मारको भाई’ से फिल्म निर्देशन में कदम रख रही हैं, इसलिए उनके भाई विधु विनोद चोपड़ा इस फिल्म को जरुर बनाएंगे, लेकिन ‘मारको भाई’ की पटकथा पढ़ने के बाद विधु विनोद चोपड़ा ने इस फिल्म को न बनाने का निर्णय लेते हुए अपनी बहन से साफ साफ कह दिया है कि वह दूसरी पटकथा पर काम करें. सूत्रों का दावा है कि विधु विनोद चोपड़ा के अनुसार ‘मारको भाई’ की पटकथा में दम नहीं है कि वह बाक्स आफिस पर लागत वसूल कर सके. यानी कि सात माह के अंदर संजय दत्त की छह फिल्में बंद हो चुकी हैं. और अब कोई भी निर्माता संजय दत्त के बारे में सोचना भी नहीं चाहता.

फिल्मों के निरंतर बंद होते और अभिनय करियर के आगे न खिसक पाने से संजय दत्त काफी परेशान व दुःखी हैं. अपने इस गम को गलत करने के लिए वह नशे में चूर रहने लगे हैं. बौलीवुड में अब लोग खुलकर कहने लगे हैं कि संजय दत्त को अभिनय की बात भूलकर फिल्म निर्माण अथवा किसी अन्य व्यापार में हाथ आजमाना चाहिए.

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