टाइम मशीन यानी वो मशीन जिसमें बैठकर इंसान अपने अतीत और भविष्य का सफर कर सकता है. इस ख्याल को सुनकर ही आप चौंक जाएंगे. क्या वाकई ऐसा करना मुमकिन है. अमेरिकी प्रोफेसर रोनाल्ड मैले की बात मानें तो ये दूर की बात नहीं है.
एक ऐसी मशीन जिसमें बैठकर आप अपने वक्त को दगा दे सकेंगे और यही नहीं, ये मशीन अभी तक की साइंस और लोगों की सोच को एकदम बदल डालेगी. फिजिक्स के प्रोफेसर रोनाल्ड मैले का दावा है कि जल्द ही उसकी टाइम मशीन दुनिया के सामने होगी.
प्रोफेसर मैले टाइम मशीन के लिए रिंग लेजर टैक्नीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसमें लेजर किरणों का इस्तेमाल करके भूत, वर्तमान और भविष्य को मौजूदा स्थान और समय के जरिए बदलने की कोशिश की जा रही है.
प्रोफेसर मैले के महंगे प्रयोग को अंजाम तक पहुंचाने के लिए लाखों पौंड चाहिए और इतना पैसा कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी के पास नहीं हैं, इसलिए यूनिवर्सिटी ने शोध में मदद देने के लिए एक अकाउंट खोल दिया है. ताकि दुनिया भर के लोग उसमें इतना पैसा इकट्ठा कर दें कि टाइम मशीन बनाई जा सके. इस प्रोग्राम का नाम है स्पेस-टाइम ट्विस्टिंग बाय लाइट प्रोजेक्ट.
टाइम मशीन देखने में कैसी लगेगी. जिसमें बैठकर आप अपने समय के बाहर यात्रा करेंगे. इसकी एक तस्वीर एचजी वैल्स ने अपनी किताब में खींची है. जिसे बाद में हॉलीवुड की कई फिल्मों ने पर्दे पर उतारा.
डिजायनरों और वैज्ञानिकों ने इसके कई प्रोटोटाइप तैयार किए हैं और लगातार उन्हें बेहतर बनाने की कोशिशें चल रही हैं. टाइम मशीन को थ्रीडी ज्योमेट्री की मदद से तैयार किया जा रहा है.
इंसान के बैठने के लिए इसमें जरूरी आरामदायक जगह होगी. समय को आगे-पीछे करने के लिए किस तरह इसके पहिए काम करेंगे. इस पर पूरा ध्यान दिया गया है.
कंप्यूटर से तैयार किए गए सैकड़ों ऐसे मॉडलों को वैज्ञानिक परख रहे हैं, ताकि उनकी क्षमता का अंदाज लगाया जा सके. टाइम मशीन के जिन मॉडल्स को पहले तैयार किया गया था, उनमें लकड़ी का इस्तेमाल ज्यादा हुआ था. इसके बाद इनमें ग्लास का इस्तेमाल हुआ. अब जो मॉडल बन रहे हैं, वो बेहतरीन फाइबर और ग्लास का मिला-जुला रूप होंगे.
मशीन को ज्यादा से ज्यादा हल्का बनाने की कोशिश की जा रही है.हालांकि मशीन अंतरिक्ष में नहीं बल्कि समय में यात्रा करेगी. इसके चलने के तरीके पर खास ध्यान रखा गया है.
ये टाइम मशीन हमारे मौजूदा अंतरिक्ष यानों की तरह नहीं होगी.इसमें पहिए होंगे, लेकिन वो समय को आगे-पीछे करेंगे न कि मशीन को. इसे खड़ा करने के लिए इसके पैर होंगे जो किसी भी तरह की सतह पर मशीन को खड़ा करने में मददगार होंगे.