आलिया भट्ट और विक्की कौशल के अभिनय से सजी फिल्म ‘‘राजी’’ ने पिछले साल काफी तारीफें बटोरी थीं. दर्शकों ने इस फिल्म को काफी पसंद किया. इस फिल्म में सहमत के किरदार में आलिया भट्ट और सहमत की मां के किरदार में आलिया भट्ट की असली मां सोनी राजदान हैं. मगर ‘‘सरिता’’पत्रिका से एक्सक्लूसिव बात करते हुए सोनी राजदान ने अपने दर्द को बयां करते हुए फिल्म ‘‘राजी’’के निर्माता निर्देशक पर गंभीर आरोप लगाए.
मेरा रोल काटा गया…
“सरिता’’ पत्रिका से एक्सक्लूसिव बात करते हुए सोनी राजदान ने कहा- ‘‘जब मुझे फिल्म ‘राजी’ में अपनी बेटी आलिया भट्ट के साथ अभिनय करने का मौका मिला, तो मैं बहुत खुश थी. लोगों ने फिल्म देखी है. इस फिल्म में मैंने आलिया के किरदार सहमत की मां का किरदार निभाया है. हां! फिल्म में मेरा किरदार बहुत बड़ा नही था कि मैं उस पर बात करती. मगर दुःख इसी बात का है कि मेरा किरदार काफी कुछ कट गया.
असल में कुछ और थी स्क्रिप्ट…
हकीकत में मुझे जो स्क्रिप्ट मिली थी, जो हमने शूटिंग की थी, वह फिल्म से हटा दिया गया. एक सीन में सहमत के कश्मीर से पाकिस्तान जाने को लेकर सहमत की मां का अपना अलग नजरिया था. देशभक्त पिता अपनी बेटी सहमत से कहता है कि वह सीमा पार करे. बेटी तैयार है. पर उसकी मां मना करती है. यह एक बहुत ही बेहतरीन और लंबा सीन था. जिसे बाद में काटकर फिल्म से अलग कर दिया गया.’’
दिल के करीब था रोल…
सोनी राजदान कहती हैं-‘‘आज मैं एक मां के नजरिए से बात कर रही हूं. हमने जो शूटिंग की थी, उसमें मां की सोच है कि यह मेरी अपनी बेटी है, जिसकी जिंदगी की सुरक्षा का ख्याल रखना मेरी जिम्मेदारी हैं. मां होने के नाते जान बूझकर मैं अपनी बेटी को सीमा पार जाने की जोखिम उठाने की इजाजत नहीं दे सकती.तो उस सीन में मां विरोध करती है. निजी जिंदगी में भी मैं यही करूंगी.
‘राजी’ को कमजोर कर दिया…
लेकिन सहमत के पिता पर देशभक्ति का भूत सवार है. बेटी नादान है, इसलिए पिता की हां में हां मिला रही है. वह इतनी परिपक्व नही है. उसे यह नहीं पता कि वह क्या करने जा रही है. वह इतनी छोटी है कि उसे यह लग रहा है कि वह कोई बहुत बड़ा रोमांचक काम करने जा रही है. लेकिन बाद में उसके इस कदम का उसकी जिंदगी पर कितना बुरा प्रभाव पडे़गा, यह उसने नहीं सोचा था. हकीकत में उसका परिणाम बहुत भयानक हुआ. सहमत ने जो कुछ किया, उसका उसकी जिंदगी पर बहुत बुराअसर हुआ. यह हकीकत है. तो मुझे लगता है कि मेरा यह जो लंबा सीन फिल्माया गया था, उसे निर्देशक ने काट कर फिल्म से हटाकर फिल्म ‘राजी’ को कमजोर कर दिया.
निर्माता और निर्देशक का फैसला गलत…
आगे वो कहती हैं- मेरा मानना है कि निर्माता और निर्देशक का यह फैसला गलत था. मैंने अपनी तरफ से इसका विरोध किया था. मेरा तर्क था कि फिल्म को सशक्त बनाए रखने के लिए यह सीन फिल्म में होना चाहिए. पर आखिरकार मैं ‘राजी’ में महज एक कलाकार थी, ‘राजी’ की निर्माता या निर्देशक नही. इसलिए इस सीन को फिल्म में रख पाना मेरे हाथों में नहीं था. यह बहुत ही अच्छा सीन था. यदि फिल्म में रहता तो इसका बहुत बड़ा असर होता.’’
सिर्फ तकलीफ नहीं, दुःख भी हुआ…
जब हमने सोनी राजदान से सवाल किया कि,‘‘जब इस तरह किसी फिल्म से महत्वपूर्ण सीन कट जाता है, तो क्या कलाकार के तौर पर उन्हें तकलीफ होती है,’’ इस पर सोनी राजदान ने कहा- ‘‘फिल्म ‘राजी’ से मेरे सीन कटने से मुझे सिर्फ तकलीफ नहीं हुई, बल्कि दुःख भी हुआ.’’
फिलहाल सोनी राजदान फिल्मकार अश्विन कुमार की फिल्म ‘‘नो फादर्स इन कश्मीर’’ को लेकर उत्साहित हैं, जिसमें वह एकबार फिर मां के ही किरदार में हैं, लेकिन ये रोल कुछ हटकर है.