आमतौर पर लोग अपने स्मार्टफोन की बैटरी ड्रेन होने से परेशान रहते हैं. थोड़ी देर फोन यूज करने के बाद उसे चार्ज करने की जरुरत पड़ ही जाती है. अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो ये बैटरी आपके लिए ही इजाद की गई है. दरअसल, इरविन में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया के शोधकर्ताओं ने खेल-खेल में एक ऐसी तकनीक खोज निकाली है जिससे एक बेहतर बैटरी तैयार की जा सकेगी जो ताउम्र आपका साथ देगी.

इस यूनिवर्सिटी की पीएचडी की छात्रा म्या ली थाई ने बताया कि उनकी टीम ने एक सुचालक नैनोवायर (जो कि इंसान के बाल से हजार गुना पतला होता है) का प्रयोग किया है, जिसकी सतह इलेक्ट्रॉन्स के स्टोरेज और ट्रांसफर को सपॉर्ट करती है. ये नैनोवायर बेहद ही नाजुक होता है. इसी के चलते टीम ने इस पर एक गोल्ड नैनोवायर को मैगनीज डाइऑक्साइड शेल का कोट चढ़ाया है.

यही नहीं, इसकी प्रोटेक्शन के लिए इसे प्लेक्सिग्लैस जैसे जेल कोट से कवर किया गया है. यूनिवर्सिटी के रसायन विज्ञान विभाग के चेयरमैन रेजनल्ड पेनर ने बताया कि इस बैटरी को 3 महीने तक 2 लाख से ज्यादा बार टेस्ट किया गया ताकि इसकी क्षमता का पता लगाया जा सके. टेस्ट के बाद इस बैटरी की क्षमता जस की तस ही रही. अमूमन इस तरह की चीजें 7000 साइकल्स के बाद खराब हो जाती है, लेकिन इस बैटरी ने एक अद्भूत कारनामा कर दिखाया है.

ऐसे में कहा जा रहा है कि इस बैटरी को हकीकत में तब्दील किया जा सकता है. अगर ये बैटरी मार्केट में आती है तो लोगों को कभी भी अपने फोन की बैटरी चार्ज नहीं करनी पड़ेगी.

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