सवाल
मेरी शादी को 4 साल हो गए हैं. वैसे तो मेरे परिवार में सब का स्वभाव ठीक है लेकिन मेरी भाभी मुझे बातबात पर टोकती रहती हैं. वे हमेशा बड़ों के सामने मुझे नीचा दिखाने की कोशिश करती हैं. इसलिए मेरा उन से बात करने का दिल नहीं करता. मेरे पति मुझे काफी सहयोग करते हैं और कहते हैं कि ज्यादा मत सोचा करो. लेकिन हर समय नजरों के सामने रहने के कारण मैं भाभी की हरकतों को भूल नहीं पाती. आप ही बताएं कि मैं क्या करूं?
जवाब
परिवार में हर सदस्य की सोच आपस में मिले, यह जरूरी नहीं और आप जब अपनी भाभी के स्वभाव से अच्छी तरह वाकिफ हैं तो फिर उन के कारण परेशान रहने की क्या जरूरत है. जब भी वे आप को टोकें तो बस, यही कहें कि भाभी, मैं आप से सम्मान पाने की उम्मीद करती हूं, मेरे मन में भी आप के लिए बहुत आदर है. हो सकता है कि आप की ये बातें उन्हें बदलने पर मजबूर कर दें. लेकिन आप परिवार के लिए हमेशा बेहतर करने की ही कोशिश करें.
आप के साथ तो आप के पति का सहयोग है, इसलिए खुद को अन्य चीजों में व्यस्त रख कर अपने माइंड को फ्रैश करें वरना आप इन्हीं चीजों में उलझ कर रह जाएंगी और पति भी रोजरोज की इन बातों को सुन कर ऊबने लगेंगे.
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आज सुबह से ही मेरी पड़ोसन शोभा के यहां उठापटक हो रही थी. जब सुबह दूध लेते वक्त मेरी उन से मुलाकात हुई तो मैं ने इस उठापटक की वजह पूछी. वे जोश से भर कर बोलीं, ‘‘आज दोपहर को मेरे जेठजेठानी अपने परिवार समेत आ रहे हैं. बस, हम उन्हीं के स्वागत की तैयारी में बिजी थे.’’
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