बॉलीवुड डायरेक्टर कबीर खान को कराची एयरपोर्ट पर नारेबाजी का सामना करना पड़ा. वे एक सेमिनार अटैंड करने के बाद फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट पहुंचे थे. कबीर एयरपोर्ट के बाहर जैसे ही कार से उतरे, लोगों ने उन्हें घेर लिया. वे भारत के विरोध में और पाकिस्तान के सपोर्ट में नारे लगाने लगे. वे पिछले साल रिलीज हुई फिल्म 'फैंटम' के लिए कबीर का विरोध कर रहे थे.
कबीर से हुआ सवाल- रॉ को लेकर क्यों नहीं बनाते फिल्म…
कबीर खान जैसे ही कराची के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे, दूसरे पैसेंजर्स ने उन्हें घेर लिया. 'शेम-शेम' और 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाते हुए लोगों ने कबीर से पूछा कि वे इंडियन इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ को लेकर ऐसी फिल्म क्यों नहीं बनाते? एक प्रोटेस्टर ने पूछा, "रॉ ने जाधव नाम के जासूस को यहां भेजा और यहां सैकड़ों लोगों को मरवा दिया. आप इस पर फिल्म क्यों नहीं बनाते?"
एक अन्य प्रोटेस्टर ने जूता हाथ में लेकर कबीर का लाउंज तक पीछा किया. उसने वॉर्निंग दी कि भारत, पाकिस्तान आर्मी के खिलाफ कॉन्स्पिरेसी करना बंद करे.हालांकि, कबीर ने किसी भी प्रोटेस्टर का जवाब नहीं दिया और वे चेक-इन प्रोसेस के लिए अंदर चले गए.
फैंटम के किस डायलॉग्स पर था पाकिस्तानियों को एतराज…
कबीर खान की 'बजरंगी भाईजान' मूवी को पाकिस्तान में काफी अच्छा रिस्पॉंन्स मिला था. लेकिन, एंटी-पाकिस्तान कंटेंट के कारण 'फैंटम' और 'काबुल एक्सप्रेस' का काफी विरोध हुआ था. 'फैंटम' के डायलॉग 'घर में घुस के मारेंगे' को लेकर भी पाकिस्तान ने कड़ी आपत्ति जताई थी.
मुंबई हमलों पर बेस्ड है फिल्म
'फैंटम' एस. हुसैन जैदी के नॉवेल 'मुंबई एवेंजर्स' पर बेस्ड है. लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज मोहम्मद सईद की पिटीशन के बाद लाहौर हाईकोर्ट ने पाकिस्तान में इसकी रिलीज पर बैन लगा दिया था.
सैफ अली खान और कैटरीना कैफ स्टारर 'फैंटम' का सब्जेक्ट मुंबई हमलों पर बेस्ड है. फिल्म में एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर पाकिस्तान जाकर हमले के मास्टरमाइंड को मार डालता है. इस कैरेक्टर को मूवी में हाफिज सईद की तरह दिखाया गया है.
क्या थी हाफिज की दलील?
मूवी ट्रेलर रिलीज होने पर हाफिज ने कहा था, ''फैंटम में एंटी-पाकिस्तानी कंटेंट है इसलिए इस पर बैन लगे.'' अपनी पिटीशन में हाफिज ने फिल्म को पाकिस्तान के खिलाफ 'प्रोपेगैंडा' करार दिया था. हाफिज के एडवोकेट एके डोगरा ने सईद की ओर से पिटीशन दायर करते हुए इसे 'पाकिस्तान और जेयूडी के खिलाफ जहरीला' करार दिया. आरोप है, ''यह फिल्म 2008 मुंबई हमलों को लेकर है और इसमें जेयूडी को विश्व में आतंकी संगठन के रूप में पेश करने की कोशिश हो रही है.''