मंहगाई के इस दौर में 50 रूपये की कोई कीमत नहीं रह गई है. आपको यह जानकार हैरानी होगी की उत्तर प्रदेश के बस्ती शहर के सेक्स बाजार में 50 रूपये में सेक्स वर्कर अपना तन बेच रही हैं. इस कमाई से उनके मेकअप का खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है. बस्ती रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते ही यह वेश्या बाजार दिखने लगता है. यहां सडक पर ही खडी औरतों को देखकर इस इलाके की पहचान हो जाती है. इस बाजार में 500 के करीब सेक्स वर्कर रहती हैं. 18-20 साल से लेकर 40-45 साल की उम्र वाली औरतें सीधे तौर पर इस बाजार से जुडी हुई है. ज्यादातर सेक्स वर्कर नेपाल और पश्चिम बंगाल से हैं.
यहां यह लोग किराये के कमरे लेकर रहती है. सुविधा के नाम पर इन कमरों में कोई व्यवस्था नहीं होती. कमरे में 5 किलो वाले गैस के चूल्हे रखकर यह अपना खाना बनाती हैं. 30 साल से उपर वाली सेक्स वर्कर इस कोशिश में रहती हैं कि उनका राशन कार्ड और वोटर कार्ड बन जाये, जिससे वह गरीबों को मिलने वाली सरकारी योजना का लाभ उठा सके. कस्टमर के साथ सेक्स करने के लिये अलग से कमरे होते हैं. दोनों का किराया सेक्स वर्करों को देना होता है. सेक्स वर्कर के पूरे दिन की कमाई में दलाल का भी हिस्सा होता है. रोज कमाना इनकी मजबूरी होती है. ऐसे में 35 से 45 साल की उम्र की सेक्स वर्कर 200 सौ रूपये से लेकर 50 रूपये तक में तन बेचने को मजबूर हो जाती हैं.
इस उम्र वर्ग की करीब 40 फीसदी महिलायें यहां है. सेक्स वर्करों में केवल 5 फीसदी ही ऐसी है जो 12 सौ से 2 हजार तक कस्टमर से लेती हैं. कम उम्र की सेक्स वर्कर समय समय पर यहां से बाहर भी जाती रहती हैं. ज्यादातर ऐसी सेक्स वर्कर हैं जो 500 से 700 के करीब वसूल करती हैं. कम पैसे कमाने वाली एक के अलावा कई कस्टमर के साथ समय बिताती हैं. जिससे उनकी कमाई ज्यादा हो जाती है. 50 रूपये से 100 रूपये देने वाले ग्राहकों में रिक्शा चलाने वाले या बाहर से आने वाले मजदूर ज्यादा रहते हैं.
सेक्स वर्करों में ज्यादातर 15-16 साल की उम्र में ही इस धंधे में आ जाती हैं. सेहत और शरीर का सही से रखरखाव न कर पाने के कारण यह 25-30 साल में ही बूढी नजर आने लगती हें. ऐसे में इनको कम पैसे में तन बेचने को मजबूर होना पडता है. नेपाल के करीब होने के कारण वहां की लडकियां यहां आ जाती हैं. इनके काम का समय 9 बजे सुबह से ही शुरू हो जाता है. ज्यादातर कस्टमर शाम आते है और रात शुरू होने तक यहां से बाहर चले जाते है.