आईसीसी ट्वंटी 20 विश्वकप की खुमारी खत्म हो चुकी है और अब नए तेवर, नई टीमों और बदले हुए अंदाज के साथ इस फॉर्मेट के सबसे लोकप्रिय टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का बुखार चढ़ने जा रहा है.
आईपीएल का नौ अप्रैल से शुरू होने वाला नौंवां संस्करण इस बार कई मायनों में पिछले आठ संस्करणों से अलग होगा. पिछले आठ संस्करणों की दो टीमें चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते दो सत्रों के लिए बाहर हो चुकी हैं और उनकी जगह गुजरात लायंस और राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स को लाया गया है.
टूर्नामेंट में कुल आठ टीमें हैं लेकिन माहौल बिल्कुल बदल चुका है. पुरानी दो टीमों के कई खिलाड़ी दो नई टीमों में पहुंच चुके हैं. चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस बार पुणे टीम की कप्तानी संभाल रहे हैं जबकि आठ साल तक उनके टीम साथी रहे सुरेश रैना गुजरात का नेतृत्व कर रहे हैं. धोनी ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 96 मैचों में कप्तानी की है और उनका सफलता प्रतिशत 61.05 है. ऑलराउंडर सुरेश रैना आईपीएल के शीर्ष स्कोरर हैं और उन्होंने लगातार 132 मैच खेलकर 3699 रन बनाए हैं.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके तेज गेंदबाज जहीर खान दिल्ली डेयरडेविल्स की बागडोर संभाल रहे हैं. जहीर के साथ ही संन्यास लेने वाले विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अब किंग्स इलेवन पंजाब के साथ खिलाड़ी के रूप में नहीं बल्कि मेंटर के रूप में उतरेंगे. राजस्थान रायल्स के साथ खिलाड़ी, कप्तान और मेंटर के रूप में लंबी पारी खेलने वाले राहुल द्रविड़ नौंवें सत्र में दिल्ली डेयरडेविल्स के मेंटर बने हैं और उन पर इस फिसड्डी टीम को सुधारने की भारी जिम्मेदारी होगी.
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के संकट से गुजरने के बाद आईपीएल के नौंवें संस्करण पर सभी लोगों की निगाहें रहेंगी. स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का मामला हालांकि आईपीएल के छठे संस्करण का था लेकिन उसके बाद दो संस्करण पुरानी आठ टीमों के साथ निकल गए लेकिन नौंवें संस्करण में दो नई टीमें आने से काफी कुछ बदल चुका है.
यह भी देखना दिलचस्प होगा कि एक सप्ताह पहले समाप्त हुए ट्वंटी 20 विश्वकप का आईपीएल पर कैसा असर रहता है. विश्वकप समाप्त होने के एक सप्ताह बाद ही आईपीएल शुरू हो रहा है और ट्वंटी 20 के ओवरडोज को क्रिकेटप्रेमी कितना पचा पाते हैं, इस पर आईपीएल की सफलता निर्भर करेगी. पिछले दो महीनों में एशिया कप और विश्वकप ट्वंटी 20 फॉर्मेट के थे और आईपीएल इसी प्रारूप में खेला जाना है. इसमें फर्क सिर्फ इतना ही होगा कि आईपीएल टीमों में विदेशी और भारतीयों का रोमांचक तालमेल रहेगा.
आईपीएल शुरू होने से पहले बांबे हाईकोर्ट में यह मामला भी उठाया गया था कि महाराष्ट्र में सूखे के कारण इस राज्य में होने वाले आईपीएल मैचों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए. हालांकि आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने साफ किया था कि मुंबई, पुणे और नागपुर में होने वाले आईपीएल मैचों को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया जाएगा.
आईपीएल नौ इस बार कई मायनों में अलग होगा. आईपीएल में पहली बार एलईडी स्टम्प्स का प्रयोग किया जाएगा. विश्वकप में भी एलईडी लाइट स्टम्प्स काफी सफल रहे थे और आईपीएल में इनके इस्तेमाल से इस टूर्नामेंट का आकर्षण काफी बढ़ जाएगा.
टूर्नामेंट का पहला मुकाबला गत चैंपियन मुंबई और नई टीम पुणे के बीच खेला जाएगा. नौंवें सत्र के लीग दौर में कुल 56 मुकाबले खेले जाएंगे. प्लेऑफ 24, 25 और 27 मई को होंगे जबकि इस टूर्नामेंट का फाइनल 29 मई को मुंबई में खेला जाएगा.