मध्य कोलकाता के जोड़ासांकू में निर्माणाधीन विकेकानंद फ्लाईओवर अचानक गिर पड़ा. दोपहर 12 बजे अचानक शक्तिशाली बस फटने की-सी आवाज आयी. कुछ समझने से पहले भयावह नजारा देख कर लोगों के होश उड़ गए. फ्लाईओवर दुर्घटना का नजारा बड़ा भयावह है. इलाके के चश्मदीदों के अनुसार फ्लाईओवर गिरने के साथ पूरा इलाका भूकंप के जोरदार झटकों की तरह कांप गया था. इसके बाद चारों तरफ फैले धूल के गुब्बार के बीच लाखों और घायलों का ढेर से जाहिर है स्थानीय लोगों के बीच आतंक का माहौल है. माना जा रहा है, इतने बड़े पुल के गिरने से आसपास के घरों पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. गौरतलब है कि यह इलाका घनी आबादी वाला है और रिहाइशी घरों के साथ थोक बाजार की दुकानें भी हैं. फिलहाल 15 लाशे निकाली गयी हैं. फ्लाईओवर के नीचे सैंकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
मौके पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद हैं. लेकिन इस घनी आबादी वाले इलाके में राहत कार्य के लिए पूरा इंतजाम न होने के कारण फायर ब्रिगेड और पुलिस ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं. इसके बाद राज्य सरकार ने सेना बुलाने का फैसला किया है. दोपहर तीन बजे की खबर है कि फोर्ट विलियवम से सेना की तीन टुकड़ी राहत कार्य के लिए अत्याधुनिक साज-सामान लेकर रवाना हो चुकी है.
बहरहाल, स्थानीय लोगों की मदद से लाश निकालने का काम जारी है. कुछ घायलों को कोलकाता मेडिकल कौलेज अस्पताल में भरती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. यह इलाका कोलकाता का प्रख्यात थोक बाजार बड़ा बाजार का हिस्सा है. सालों से फ्लाईओवर का निर्माण अधूरा पड़ा था. 2009 से फ्लाईओवर बनाने का काम शुरू हुआ था, लेकिन पिछले 4-5 सालों से यह काम अधूरा पड़ा है. जबकि 2012 में इसे पूरा हो जाना था.
यह रास्ता वनवे है और हावड़ा की ओर जाने वाली मिनी बस, कार और राज्य परिवहन विभाग की बस चल रही थी. इस समय कई बसें फ्लाईओवर के नीचे दबीं पड़ीं हैं. इन बसों में कुछ लोग दब कर मर गए हैं वहीं बहुत सारे लोग जिंदा भी है. इन बसों में स्कूली बच्चे भी हैं, जो कोलकाता के स्कूलों में पढ़कर हावड़ा घर लौट रहे थे. घटना के दो घंटे के बाद गैस कटर मौके पर पहुंचा है. इलाके लोगों में जबरदस्त रोष है.
बीच चुनाव के मद्देनजर राजनीति भी शुरू हो गयी है. विपक्षी पार्टियों के नेता इलाके में पहुंच रहे हैं. कोलकाता कारपोरेशन के मेयर शोभनदेव चटर्जी का लोगों ने घेराव किया. इस फ्लाईओवर का निर्माण वाम मोर्चा शासनकाल में शुरू हुआ था. लेकिन 2011 में तृणमूल के सत्ता में आने से पहले ही काम रुका पड़ा है. ममता बनर्जी ने महानगर के अन्य हिस्सों में फ्लाईओवर का काम युद्धस्तर पर पूरा किया. लेकिन बड़ा बाजार के इस इलाके के फ्लाईओवर का काम क्यों रुका पड़ा था, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आज मेदिनीपुर में चुनावी सभा को संबोधित करना था. लेकिन सभा को बीच में ही छोड़ कर ममता बनर्जी कोलकाता के लिए रवाना डो गयी हैं.