तेजाब से जले चेहरे के साथ जिंदगी जी रही पीड़िताओं को अब बहुत जल्दी ही राहत मिलेगी. अब महिला एवं बाल कल्याण विभाग के सम्मान कोष से एसिड अटैक सरवाइवर्स की प्लास्टिक सर्जरी करवाई जाएगी. उत्तर प्रदेश महिला एवं बाल कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने बताया कि प्रदेश से अब तक 200 एसिड अटैक सरवाइवर्स की लिस्ट बन चुकी है. अब इन की सर्जरी का प्रोसेस शुरू किया जा रहा है.

एसजीपीआई को इस का नोडल सैंटर बनाया गया है. सैंटर की जिम्मेदारी पीजीआई की पीआर ओ मोनालिसा चौधरी की होगी. कम पढ़ीलिखी या निरक्षर एसिड अटैक पीडि़ताओं के लिए एक वालेंटियर की व्यवस्था की गई है जो पीडि़ताओं की मदद के लिए 24 घंटे मौजूद रहेगा. एसिड अटैक सरवाइवर्स की सर्जरी इसी महीने के अंत तक शुरू कर दी जाएगी. सर्जरी के लिए सरवाइवर्स को अलगअलग कैटिगरी में बांटा गया है. जिन का चेहरा सब से ज्यादा जला है, विकृत है और एक बार भी सर्जरी नहीं हुई है, उन की सर्जरी पहले होगी. प्रदेश के किसी भी कोने से सर्जरी के लिए यहां आने वाली विक्टिम्स को घर से लाने और सर्जरी के बाद घर तक छोड़ने की जिम्मेदारी भी विभाग की होगी.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...