बौलीवुड एक्ट्रेस अमृता सिंह और विनोद खन्ना की लव स्टोरी एक टाइम पर काफी सुर्खियां बटोर रही थीं. ऐसा माना जा रहा था कि दोनों जल्द ही शादी करने लेंगे. इस प्रेम कहानी की शुरुआत जे.पी दत्ता की 1989 में आई फिल्म ‘बंटवारा ‘ से हुई थी. उन दिनों अमृता सिंह क्रिकेटर रवि शास्त्री को डेट कर रही थीं लेकिन रवि से अमृता को वो प्यार नहीं मिल पा रहा था जिसकी वो अपेक्षा कर रही थी. ऐसे में जब उनकी मुलाकात ‘बंटवारा’ के सेट पर विनोद खन्ना से हुई तो वह उन्हें अपना दिल दे बैठी.

विनोद खन्ना उन दिनों संन्यासी जीवन से वापस लौटे थे और उनका अपनी पत्नी के साथ तलाक भी हो चुका था. ऐसे में विनोद को भी एक ऐसे साथी की तलाश थी जिसके साथ वो आगे की जिंदगी जी सकें. विनोद खन्ना की पर्सनैलिटी भी उन दिनों कुछ ऐसी ही थी जिसे देखकर लड़कियां दीवानी हो जाती थीं. लेकिन विनोद खन्ना को अपनी बेटी के करीब आता देख अमृता सिंह की मां खुश नहीं थी.

अमृता सिंह की मां रुख्शाना सुलतान नहीं चाहती थी कि उनका दामाद ऐसा हो जिसकी उम्र उनसे मिलती हो. अमृता को विनोद खन्ना से अलग करने के लिए रुख्शाना ने कई कोशिशें की. इस काम के लिए उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ-साथ कई फिल्मी हस्तियों को सहारा लिया.

लेकिन अमृता विनोद खन्ना से दूर होने को तैयार ही नहीं थी. तभी रुख्शाना को पता चला कि अमृता सिंह से 10 साल छोटे सैफ अली खान उनकी बेटी के प्यार में दीवाने बने घूम रहे हैं.

फिर क्या था रुख्शाना ने इस बात का फायदा उठाया और उन्होंने अपनी राजनीतिक कनेक्शन का इस्तेमाल कर विनोद खन्ना को अमृता सिंह से दूरी बनाने के लिए मजबूर कर दिया. इसके बाद विनोद खन्ना प्यार की जगह करियर को चुना और खामोशी से अमृता से अपना रिश्ता तोड़ लिया. इसके बाद अमृता ने सैफ से शादी कर ली, लेकिन दोनों की शादी कामयाब नहीं हुई और दोनों ने बाद में तलाक ले लिया.

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