सिर्फ भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बस-ट्रेनों में ही नहीं पेट्रोल पंप पर भी आपकी जेब बड़ी आसानी से काटी जाती है और आपको पता भी नहीं चलता. पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डलवाते समय आपके साथ कई बार धोखाधड़ी की जाती है, गौरतलब है कि ज्यादातर लोगों को इस धोखाधड़ी का पता ही नहीं चलता. ऐसा जरूरी नहीं कि पेट्रोल पंप पर आपने जितने पैसे दिए हैं, उतने पैसों का ही पेट्रोल आपकी गाड़ी में भरा जाए. थोड़ी सी सावधानी से आप धोखेबाजी से बच सकते हैं.
अलग अलग पेट्रोल पंप से पेट्रोल भरवायें
अलग-अलग पंप से पेट्रोल भरवाने से आपको अंदाजा हो जाएगा कि कौन से पंप पर धोखाधड़ी होती है और कौन से पंप पर नहीं होती.
राउंड फिगर में पेट्रोल न भरवायें
आमतौर पर आप 100, 200, 500 का पेट्रोल डलवाते हैं. पर राउंड फिगर में पेट्रोल न भरवायें. 100 के बजाए 125, 500 के बजाय 555 का पेट्रोल डलवायें. ऐसे फिगर से मीटर में धांधली की संभावनायें कम हो जाती है. कैशलेस पेमेंट सबसे अच्छा उपाय है. कार्ड या ई-वालेट से भुगतान करें.
मीटर पर ध्यान दें
कई बार ऐसा होता है कि पेट्रोल भरते समय मीटर बार बार रुकता है. अगर ऐसा हो तो सावधान हो जाएं. मीटर का बार बार रुकना यानी पेट्रोल कम मिलना. कई बार ऐसा होता है कि पेट्रोलपंपकर्मी जीरो तो दिखाता है, लेकिन मीटर में आप जितने का पेट्रोल मांगते हैं वह मूल्य सेट नहीं करता. डिजिटल मीटर्स में पहले से ही मूल्य सेट करने का ऑपशन होता है, अगर पेट्रोलपंप कर्मी ने ऐसा नहीं किया है तो उसे ऐसा करने के लिए कहें.
मीटर वाले पंप से ही पेट्रोल डलवायें
पेट्रोल हमेशा मीटर वाले पेट्रोल पंप से ही भरवाएं. पुरानी पेट्रोल पंप मशीनों पर हेराफेरी की ज्यादा आशंका रहती है और आप इसे पकड़ भी नहीं सकते.
मीटर की रीडिंग पर ध्यान दें
पेट्रोल पंप मशीन पर सिर्फ जीरो देखना ही काफी नहीं बल्कि आपको रीडिंग पर भी ध्यान देना होगा. आपको यह भी ध्यान देना चाहिए कि रीडिंग किस फिगर से शुरू हो रही है. मीटर की रीडिंग कम से कम 3 से स्टार्ट होनी चाहिए.
टैंक खाली होने का इंतजार न करें
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो पेट्रोल टैंक खाली होने के बाद ही पेट्रोल भरवाते हैं. तो आप घाटे का सौदा कर रहे हैं. जब पेट्रोल टैंक आधा खाली हो जाए तभी पेट्रोल भरवा लें. टैंक पूरा खाली होने पर टैंक में हवा भर जाती है, जिससे आपको कम पेट्रोल मिलता है.
आराम छोड़ें और वाहन से उतरकर पेट्रोल डलवायें
फोर व्हीलर चालक पेट्रोल या डीजल भरवाते समय गाड़ी से उतरने में आलस दिखाते हैं. पेट्रोल पंप कर्मी इसका फायदा उठाते हैं. आलस छोड़िए और पेट्रोल भरने वाले वर्कर के पास खड़े होकर उस पर नजर रखें.