पिता
बूढ़े होते हुए पिता के लिए बेटी से बढ़ कर कोई व्यक्ति प्यारा नहीं होता. बेटों में उच्छृंखलता होती है, और वे मधुर स्नेह को नहीं जानते.
मधुर
मधुर स्वभाव रखने वाले सब से ज्यादा खुश उस समय होते हैं, जब दूसरों को वे अपनी खुशियों में शामिल कर लेते हैं.
जिंदगी
जिंदगी कितनी ही छोटी हो, वक्त की बरबादी से वह और भी छोटी बना दी जाती है.
निर्धनता
निर्धनता मनुष्य की बुद्धि को भ्रष्ट कर देती है और अत्यंत दुखदायी कोड़े के समान दुख देती है.
पतिपत्नी
अधिकांश पुरुष स्त्रियों में वह खोजते हैं, जिस का स्वयं उन के चरित्र में अभाव होता है.
झूठ
जिस की स्मरणशक्ति अच्छी नहीं है, उसे झूठ बोलने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए.
प्रशंसा
अयोग्य मनुष्यों की प्रशंसा छिपे हुए व्यंग्य के समान होती है.
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