रानी को राजा से प्यार हो गया. पहली नजर में दिल बेकरार हो गया. यह प्रेम कहानी है करीना कपूर और सैफ अली खान की. दिलोजान से सैफ पर फिदा करीना की जबानी प्रेम कहानी पेश कर रही हैं असावरी जोशी.

करीना कपूर और सैफ अली खान की प्रेम कहानी को थोड़ी सी बोल्ड, थोड़ी सी अलग कह सकते हैं. करीना कहती हैं, ‘‘2007 मेरे जीवन का सब से महत्त्वपूर्ण साल था. सबकुछ हाथ से निकल गया था, टूट गया था. मन की भड़ास बाहर किसी के साथ शेयर भी नहीं कर सकती थी. इसी बीच फिल्म ‘टशन’ की शूटिंग के लिए मैं और सैफ लद्दाख में थे. वैसे मैं ने और सैफ ने फिल्म ‘एल ओ सी कारगिल’ में एकसाथ काम किया था लेकिन तब हमारी इतनी ज्यादा बातचीत नहीं हुई थी. सैफ तो हमेशा से ही सभी के साथ अदब से पेश आते थे.

‘‘फिल्म ‘टशन’ के सैट पर भी हमारी ज्यादा बातचीत नहीं हो पाती थी. एक दिन होटल के लाउंज में मैं अपनी सहेली के साथ थी और मैं ने उन्हें देखा. होटल के पूल पर वे लाउंजचेयर पर लेटे थे. वे सिर्फ जीन्स में ही थे और उसी में वे हौट और सैक्सी दिख रहे थे. मुझे वे एकदम से अच्छे लगे. उस के बाद भी हमारे बीच उतनी ज्यादा बातचीत नहीं हो रही थी.

‘‘आहिस्ताआहिस्ता हमारे बीच फ्रैंडशिप होने लगी. पहले शौट के बाद हमारे बीच पहली बार ज्यादा बातें हुईं और उन्होंने इस बीच मुझे इतना हंसाया कि पूछो मत.’’ वर्ष 2007 की यादें फोन पर शेयर करते वक्त करीना बहुत ही प्रसन्न मुद्रा में लगी थीं, ‘‘उस के बाद हमारे बीच एक सुंदर सा रिश्ता साकार होने लगा. हम बाहर जाने लगे, मिलने लगे. जिसे हम डेटिंग कहते हैं और हम ने कभी किसी से कुछ भी छिपाया नहीं. इन मुलाकातों के बाद मैं ने दिल से सैफ को अपना जीवनसाथी मान लिया.’’

एक दिन सैफ सीधे करीना की मम्मी के पास गए और कहा कि करीना मेरे लिए बनी है, अब मुझे अपना जीवन इसी के साथ गुजारना है. इस बाबत करीना कहती हैं, ‘‘मेरी मम्मी को हमारे बारे में पहले से ही सबकुछ मालूम था, इसलिए उन के इनकार करने का सवाल ही नहीं था. फिर हम ने लिव इन रिलेशन में रहने की शुरुआत की. यह समय मेरी लाइफ का सब से अच्छा समय था. इसी दौरान हमारा रिश्ता और भी मजबूत होता गया. इस सुंदर रिश्ते ने हमें इतनी सारी खुशियां दीं कि हम दोनों को शादी के बंधन की कभी जरूरत ही महसूस नहीं हुई. लेकिन अम्मीजी यानी सैफ की मां की यही इच्छा थी कि हम विवाह बंधन में बंधें, हम ने इस का पालन किया.

‘‘अब तो हमारी शादी हो गई है. शादी के पहले भी मैं सैफ के घर जाती थी, उन के परिवार के साथ वक्त बिताती थी. हम पूरे 4 साल लिव इन रिलेशन में रहे. ‘‘सैफ ने मुझे जीना सिखाया. सैफ बहुत ही खुले विचारों के हैं. उन्होंने मुझे फिल्मों से आगे देखने के लिए प्रेरित किया. उन का स्वभाव मुझे बहुत अच्छा लगता है.’’

सैफ के व्यक्तित्व पर करीना दिल से मोहित हैं. उन के अनुसार, ‘‘सैफ का राजसी, कुलीन व्यक्तित्व तो किसी को भी मोहित करता है लेकिन उस से भी ज्यादा उन की काबिलीयत मुझे ज्यादा लुभाती है. हमारा प्रेम का रिश्ता दिनोंदिन मजबूत होता जा रहा है. इस में सैफ का शादीशुदा होना, उन के बड़े बच्चे होना, अमृता के साथ अलगाव होने के बाद भी उन का और एक अफेयर होना, मैं हिंदू तो उन का मुसलिम होना, ये सभी चीजें बहुत ही मामूली हैं. इन के बारे में मैं ने कभी कुछ सोचा ही नहीं. इसलिए दुनिया वाले मुझे नासमझ समझते हैं तो वह मैं नहीं हूं. यह फैसला मैं ने पूरी संजीदगी से लिया है.

‘‘शादी से पहले हमारा एकसाथ रहना यानी जीवन का पूरा लुत्फ उठाने जैसा है. हम ने हर छुट्टियां एकसाथ बिताई हैं. स्कीइंग, फिश्ंिग, कैरम, स्विमिंग इन सभी चीजों का हम ने एकसाथ मजा लिया है. सैफ ने मुझे क्या नहीं सिखाया है, उन्होंने बहुत सारी किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया. सैफ के कारण मैं ने फ्रैंच भाषा सीखी. आल्प्स पर्वतों की कड़ाके की ठंड का मजा हम दोनों ने एकसाथ लिया है.’’

करीना आगे कहती हैं, ‘‘हमारा सहजीवन तो 5-6 साल पहले ही शुरू हुआ, हम दोनों ने मिल कर एक पेंट हाउस लिया और उसे सजाया. इतनी खुशी मुझे पहले कभी नहीं मिली थी. जीवन इतना सुंदर होता है, यह सैफ के कारण ही मैं समझ पाई. शादी से पहले भी मैं उन के परिवार का एक हिस्सा थी और अब तो हूं ही. सैफ के बच्चों से मुझे बहुत ही लगाव है. वे भी मुझ से अदब से पेश आते हैं. शादी से पहले एकसाथ रह कर हमारे प्रेम में कोई कमी नहीं आई बल्कि अब तो शादी के बाद उस का स्वाद और भी बढ़ गया है.’’

सैफ और करीना की यह प्रेम कहानी वास्तव में आज के प्रेमीप्रेमिकाओं के लिए एक अच्छा उदाहरण है. वे दोनों करीब आए, इश्क पनपा और फिर अपने इश्क को सब की खुशी में बदलते हुए उसे कामयाबी के साथ परवान चढ़ाया.

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