Health Update : अच्छी नींद हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाती है. पर यदि जल्दी सोने और उठने की आदत को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाए तो इस के कई फायदे देखने को मिलते हैं.

आजकल किसी को सुबह जल्दी उठने को कहो तो उस के मुंह से सब से पहले यह निकलता है, ‘ओह माय गौड’ जल्दी उठना भी क्या मुसीबत है. यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि क्या सुबह जल्दी उठने वालों की यह आखिरी पीढ़ी है.

शायद कुछ वर्षों बाद सुबह यानी सूर्योदय के साथ उठने वाली पीढ़ी खत्म हो जाएगी क्योंकि आजकल हमारी जो दिनचर्या है, यानी देर से सोना और देर से उठना, उस के चलते सूर्योदय के साथ उठना मुश्किल है क्योंकि जब तक हम जल्दी सोएंगे नहीं तो जल्दी उठेंगे कैसे.

ऐसे में देर से सोने के क्या नुकसान हैं और जल्दी सोने के क्या फायदे हैं, इसे आज की पीढ़ी को बताना हमारा कर्तव्य है ताकि वह एक स्वस्थ जीवन जी सके और अपने शरीर की घड़ी को प्रकृति की घड़ी के अनुसार नियंत्रित कर सके.

क्या आप ने अनुभव किया है, जिस रात आप की नींद पूरी नहीं होती तो उस के अगले दिन आप फ्रैश महसूस नहीं करते, अजीब फीलिंग आती है, हमारा मूड खराब रहता व चिड़चिड़ापन बना रहता है. इन सब का असर आप के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर ही पड़ता है. जैसे, चीजों को याद रखने में परेशानी होती है, काम समय पर नहीं होते, काम करने की क्षमता में कमी आती है जिस के कारण आत्मविश्वास में कमी देखी जाती है, वजन बढ़ता है, साथ ही, शुगर लैवल और ब्लडप्रैशर बढ़ता है. यानी, हम बीमारियों से घिर जाते हैं.

इस के विपरीत नींद पूरी होने पर हमारा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों ही अच्छे रहते हैं और हम बीमारियों से दूर बने रहते हैं. नींद पूरी होने पर शरीर ऊर्जा से भरा हुआ रहता है, थकान दूर होती है जिस के कारण शरीर रिलैक्स महसूस करता है. इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक बेहतर नींद तो बनती है.

वर्षों से रात 8 से 10 बजे के बीच सोने को एक अच्छी आदत माना जाता रहा है. हालांकि आजकल के बिजी रूटीन की वजह से लोग अकसर समय पर सो नहीं पाते. जबकि, कुछ लोगों को रात को देर से सोने की आदत होती है. यह आदत भले ही सामान्य लगती हो पर सेहत पर इस के कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकते हैं.

पूरी नींद नहीं लेने से दिक्कतें

स्लीप साइकल में आने वाली दिक्कत के कारण जिन स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम सब से अधिक होता है, हाई ब्लडप्रैशर उन में से एक है. सोने का गलत समय आप के पूरे स्वास्थ्य को बिगाड़ सकता है. हमारे शरीर को एक नैचुरल सर्केडियन रिदम (यह प्राकृतिक सोनेजागने के पैटर्न को संदर्भित करता है जो हमारे शरीर में होने वाले मानसिक, व्यावहारिक और शारीरिक परिवर्तनों को प्रभावित करता है.

यह आप के हार्मोन, शरीर के तापमान और खाने की आदतों को प्रभावित करता है. जब सर्केडियन लय सिंक से बाहर हो जाता है तो यह डायबिटीज, मोटापा और डिप्रैशन सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है) पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो सूर्योदय और सूर्यास्त के साथ तालमेल बिठाने का काम करता है. इस के लिए उन्हें जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत को अपनाना होगा. बदलती लाइफस्टाइल और तकनीकी के युग में नींद पूरी न होना एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है.

यदि आप जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएंगे तो आप 7-8 घंटे की नींद आवश्यक रूप से पूरी करेंगे जिस के हमारे शरीर पर अनुकूल फायदे दिखते हैं जैसे कि-

  • अच्छी नींद के कारण इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जिस से हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो पाता है, जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं.
  • अच्छी नींद शरीर को रिपेयर, रिजेनरेट और रिकवर करने में बहुत मदद करती है.
  • 7-8 घंटे की नींद हमारे दिमाग को तरोताजा रखती है, जिस से हमारी मैमोरी और सोचनेसमझने की शक्ति बढ़ती है. इस से हमारा ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ जाती है. हम फोकस में रह कर काम करते हैं. इस से हमारी कार्य करने की क्षमता भी बढ़ती है.
  • पूरी नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
  • अच्छी नींद हमें कई गंभीर बीमारियों, जैसे मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग, उक्त रक्तचाप से दूर रखती है.
  • भरपूर नींद हार्मोन को कंट्रोल में रखती है. जल्दी और समय पर सोने से हमारे शरीर को तनाव से संबंधित कोर्टिसोल हार्मोन (कोर्टिसोल को शरीर की तनाव प्रतिक्रिया के लिए आवश्यक माना जाता है. यदि आप में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ा हुआ है तो इस के कारण तनाव व अवसाद जैसी समस्याओं के बढ़ने का भी खतरा हो सकता है. इसे स्ट्रैस हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है) को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है. यह रात के शुरुआती घंटों के दौरान सब से कम होता है. रात में जल्दी सोने से कोर्टिसोल के लैवल को कम करने में मदद मिलती है. इस का हमारे पूरे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.
  • रात को समय पर सोने और अच्छी नींद लेने से हमारे शरीर को ज्यादा व्हाइट ब्लड सेल्स का उत्पादन करने में मदद मिल सकती है, जो इन्फैक्शन और बीमारियों से लड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पर्याप्त नींद लेने से हमारे शरीर को अलगअलग बीमारियों से तेजी से उबरने में भी सहायता मिलती है.
  • शरीर ऊर्जा से भरपूर रहता है, हम कामों को सही ढंग से कर पाते हैं.
  • जल्दी सोने से भूख को कंट्रोल करने और हैल्दी खाने की आदतों को बढ़ावा देने में भी सहायता मिल सकती है. जब हम अच्छी और पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो हमारा शरीर घ्रेलिन हार्मोन का ज्यादा उत्पादन करता है और लेप्टिन हार्मोन का कम उत्पादन करता है. इस से ओवरईटिंग और वजन बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है.
  • जल्दी सोने और पर्याप्त नींद लेने से हार्मोनों को कंट्रोल करने और हैल्दी फूड खाने की आदतों को बढ़ावा मिलता है जो एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक भी है.
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