Good Vibes : बुरी नजर या अच्छी नजर जैसी कोई चीज नहीं होती. मायने रखती है घर में रखी हर वो चीज जो खुशी दे.

हम सब चाहते हैं कि हमारा घर शांति, सुख और पोजिटिव एनर्जी से भरा हो. लेकिन कभीकभी बिना किसी साफ वजह के मन भारी रहता है, घर का माहौल तनावपूर्ण लगता है या बारबार छोटीमोटी परेशानियां आने लगती हैं. ऐसी स्थितियां कई बार नकारात्मक ऊर्जा या बुरी वाइब्स का संकेत हो सकती हैं. अच्छी बात ये है कि इसे दूर करने के लिए महंगे पूजापाठ की नहीं, बल्कि कुछ छोटे और प्रभावी उपायों की ज़रूरत होती है.

घर की वाइब्स को ठीक करने के लिए बहुत से आसान और देसी उपाय हैं, जो न सिर्फ माहौल को हल्का बनाते हैं बल्कि मानसिक शांति और सुख समृद्धि को भी बढ़ाते हैं. इस में साफसफाई, सुगंधित चीजों का प्रयोग, पौधों की भूमिका, लाइटिंग और सकारात्मक सोच जैसी चीजें शामिल हैं. आइए जानें कि कैसे आप कुछ छोटेछोटे बदलावों से अपने घर में पोजिटिव एनर्जी ला सकते हैं.

घर की साफसफाई से शुरू करें पोजिटिविटी का सफर

नकारात्मक ऊर्जा सबसे पहले वहां टिकती है जहां गंदगी, बिखराव और अव्यवस्था होती है. अगर आप के घर में चीजें इधरउधर फैली रहती हैं, धूल जमी रहती है या पुरानी, टूटीफूटी चीजें बिना जरूरत के पड़ी हैं, तो वो घर की वाइब्स को खराब कर सकती हैं. रोजाना या हफ्ते में एक बार डीप क्लीनिंग करने से न सिर्फ घर ताज़ा महसूस होता है बल्कि ऊर्जा का प्रवाह भी बेहतर होता है. खासकर दरवाजे, खिड़कियां और रसोई जैसे मुख्य स्थानों की सफाई पोजिटिव एनर्जी को आकर्षित करती है.

प्राकृतिक खुशबुओं से भरें घर में नई ऊर्जा

सुगंधों का सीधा असर हमारे मूड और ऊर्जा पर पड़ता है. अगर घर में हर समय ताजगी भरी खुशबू रहे तो मन भी शांत और खुश रहता है. आप धूप, अगरबत्ती, एसेंशियल औयल डिफ्यूजर या फूलों की प्राकृतिक महक का इस्तेमाल कर सकते हैं. खासकर तुलसी, चंदन, लैवेंडर या नींबू जैसी खुशबू वाली चीजें नकारात्मकता को दूर करती हैं और पोजिटिव वाइब्स बढ़ाती हैं. रसोई और लिविंग एरिया में हल्की और ताजगी भरी खुशबू का होना पूरे परिवार को रिलैक्स महसूस कराता है.

हरेभरे पौधों से सजाएं घर, बढ़ेगी जीवन की ऊर्जा

पौधे न सिर्फ औक्सीजन देते हैं बल्कि घर की एनर्जी को भी साफ और पोजिटिव बनाते हैं. तुलसी, मनी प्लांट, स्नेक प्लांट और एलोवेरा जैसे पौधे घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. साथ ही ये तनाव कम करने में भी मदद करते हैं. पौधों की देखभाल करने से जुड़ाव की भावना पैदा होती है और मन को सुकून मिलता है. बालकनी, खिड़की के पास या लिविंग एरिया में कुछ हरे पौधे लगाने से घर में हरियाली और तरोताज़गी बनी रहती है.

रोशनी का असर : नेचुरल लाइट और सही लाइटिंग से बदलें माहौल

अंधेरा वातावरण अक्सर भारीपन और सुस्ती को बढ़ाता है, जबकि अच्छी रोशनी ऊर्जा को जागृत करती है. दिन के समय कोशिश करें कि घर में प्राकृतिक धूप आए. यह न केवल बैक्टीरिया को मारती है बल्कि पोजिटिव वाइब्स भी लाती है. शाम को आप वार्म लाइट्स, नमक के लैंप या रंगीन झूमर का प्रयोग कर सकते हैं. बेडरूम और पूजा स्थान में सौफ्ट और शांत रोशनी रखने से वहां शांति बनी रहती है और मन को सुकून मिलता है.

सकारात्मक सोच और शब्दों से बनाएं घर को ऊर्जा का केंद्र 

घर सिर्फ ईंट और पत्थरों से नहीं, बल्कि वहां रहने वालों की सोच और भावना से बनता है. अगर रोज़ाना झगड़ा, शिकायतें या नेगेटिव बातों का माहौल बना रहे तो वहां कोई उपाय असर नहीं करेगा. कोशिश करें कि घर में प्यार, सम्मान और सकारात्मक संवाद बना रहे. ‘थैंक यू’, ‘सौरी’, और ‘आई लव यू’ जैसे शब्द रोजमर्रा में शामिल करें. रोज़ सुबह कुछ समय एक्सरसाइज ऊर्जा को सकारात्मक बनाए रखने में मदद करता है.

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