New Trend : हाल के दिनों में शादी टूटने के मामले बढ़ रहे हैं. इस में स्लीप डिवोर्स का ट्रैंड आग में घी का काम कर रहा है. जानते हैं क्या है यह कान्सैप्ट और कैसे यह पति पत्नी के रिश्ते में दूरियां लाने का काम कर रहा है.

“पति की गैरमौजूदगी में पत्नी मोबाइल पर करती थी. मायके में बात, टूटने की कगार पर पहुंचा रिश्ता”, “पति-पत्नी के बीच ‘कबाब में हड्डी’ बना डॉगी, विदेशी नस्ल के पालतू के लिए शादीशुदा घर टूटने की कगार पर”

हाल के दिनों में शादी टूटने के मामले बढ़ रहे हैं और सात जन्मों का बंधन माने जाने वाला यह रिश्ता अलगाव की कगार पर है. जो पतिपत्नी हमेशा एकदूसरे के साथ रहने की कसम खाते हैं, छोटी-छोटी वजहों से अपनी शादी को अलविदा कह रहे हैं.

ऐसे में हाल ही में प्रचलित स्लीप डिवोर्स का ट्रैंड आग में घी का काम कर रहा है. ‘स्लीप डिवोर्स’ जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि ये ‘नींद के लिए आपसी अलगाव’ का एक कान्सेप्ट है. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि अच्छी नींद पाने के लिए पति-पत्नी अलग कमरों, अलग बिस्तर पर या फिर अलगअलग समय पर सोते हैं. पार्टनर के खर्राटे की आवाज, एसी के तापमान, पंखे की गति या कुछ और चीजों को लेकर पार्टनर्स में बहस उन की नींद को प्रभावित न करे इसलिए भारत समेत कई अन्य देशों में भी ये चलन तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है.

रिलेशनशिप एक्स्पर्ट्स के अनुसार लेकिन अगर लंबे वक्त तक इसी रूटीन को फौलो किया जाए, तो इस का खामियाजा आपसी रिश्तों को उठाना पड़ सकता है. इस रूटीन से न केवल कपल्स के बीच की रोमांटिक लाइफ खत्म होती है पार्टनर के साथ इमोशनल अटैचमेंट में भी कमी आती है.

आम बोलचाल की भाषा में ‘साथ सोना’ का मतलब सैक्सुअल रिश्ते से लगाया जाता है लेकिन रिश्ते और प्यार की साइकोलौजी में साथ सोना सिर्फ सैक्सुअल एक्टिविटी तक सीमित नहीं है. पतिपत्नी के रिश्ते में , मन मिलाने इमोशनल अटैचमेंट के लिए कडलिंग, साथ सोना भी बेहद जरूरी है.

मनोविज्ञान के क्षेत्र में प्रतिष्ठित जर्नल ‘Current Directions in Psychological Science’ की एक रिपोर्ट बताती है कि बिना सैक्सुअल रिलेशन भी कपल्स साथ सोएं तो उन का रिश्ता काफी मजबूत होता है. वे इमोशनली एकदूसरे के करीब आते हैं और उन की बौन्डिंग मजबूत होती जाती है. अगर किसी शख्स के साथ उस का पार्टनर बेफिक्र हो कर, यानी घोड़े बेच कर सोए तो इस का मनोवैज्ञानिक मतलब है कि पार्टनर उस की मौजूदगी में सेफ और कंफर्टेबल महसूस कर रहा है, रिश्ते की यह पहली शर्त है.

इस रिसर्च की को-औथर एमिली इंपेट के अनुससर “ जब पार्टनर एक-दूसरे के फिजिकल टच में आते हैं तो हैप्पी हौर्मोन रिलीज होता है. पार्टनर्स को खुशी महसूस होती है. उन का दिमाग संकेत करता है कि पार्टनर की मौजूदगी अच्छी और खुशी देने वाली है. दोनों में प्यार अपने आप गहरा हो जाता है.” ध्यान रहे कि फिजिकल टच का मतलब सिर्फ सैक्सुअल रिलेशन नहीं है.

मनोविज्ञान की रिसर्च और रिश्ते की स्टडी के अनुसार कपल्स का साथ सोना उन के रिश्ते की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है. बिस्तर अलग होते ही कपल्स के रिश्ते में भी एक दीवार-सी खिंच जाती है.

स्लीप डिवोर्स के साइड इफैक्ट्स –

इमोशनल कनेक्शन का ब्रेकअप

दिनभर की दौड़ भाग के बाद रात को सोते समय कपल्स एकदूसरे के साथ अपनी दिनचर्या को शेयर करते हैं लेकिन स्लीप डिवोर्स के चलते अकेले सोने से कपल्स उन सभी चीजों से वंचित रह जाते हैं. जब आप का पार्टनर, आप को सुनने वाला व्यक्ति आप के आसपास नहीं रहता है तो दो लोगों के बीच बनने वाला इमोशनल कनैक्शन भी खत्म होने लगता है.

इंटिमेसी की कमी

टचिंग, किसिंग, कडलिंग और स्पूनिंग पार्टनर के साथ रिश्ते को मज़बूत बनाते हैं. स्लीप डिवोर्स के दौरान व्यक्ति शुरुआत में अपने पार्टनर को मिस करने लगता है और फिर उसी रूटीन को फौलो करने लगता है. इस से सैक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है, जिस से कपल्स के बीच इंटिमेसी की कमी होने लगती है.

अकेलापन का एहसास

स्लीप क्वालिटी को बढ़ाने की चाहत में स्लीप डिवोर्स को अपनाने वाले कपल्स दूरदूर सोने से खुद को अकेला महसूस करने लगते हैं. इस से संबधों में दूरियां बढ़ने लगती हैं और ये उन के बीच मिसअंडरस्टैंडिग का कारण भी बन जाता है और वे खुद को इनसिक्योर समझने लगते हैं.

रिश्ते में फिजिकल टच इंप्रूव करने के तरीके

पतिपत्नी के रिश्ते में मजबूती के लिए दोनों पार्टनर का एक छत के नीचे रहते हुए एकदूसरे की मौजूदगी और भावनात्मक लगाव का एहसास कराना बेहद जरूरी है.

• गले लगाना, हाथ मिलाना, लिपट कर सोना, साथ बैठ कर भी रिश्ते में फिजिकल टच को इंप्रूव किया जा सकता है.
• बात करते हुए या कहीं घूमते पार्टनर का हाथ अपने हाथों में थाम कर भी रिश्ते में इमोशनल अटैचमेंट को बढ़ाया जा सकता है.
• अगर पूरी रात साथ नहीं सोया जा सकता तो कम से कम कुछ घंटों की नींद पार्टनर के साथ कडलिंग करते हुए जरूर ली जा सकती है.
• खुशी हो या गम, पार्टनर को गले लगा कर, साथ में बैठ कर टीवी देख कर, कुछ साथ में पढ़ते हुए फिजिकल टच को बढ़ाया जा सकता है.

साथ सोना कल्चरली और इमोशनली कपल्स के रिश्ते में बेहद जरूरी है. ऐसे में किसी भी कारण से अगर रोमांटिक पार्टनर्स अलगअलग सोएं तो उन के रिश्ते में दूरियां आना स्वाभाविक है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...