Gray Divorce : आजकल ग्रे डिवोर्स यानी वृद्धावस्था में तलाक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जीवन की लंबी उम्र, आर्थिक स्वतंत्रता और बदलती सामाजिक धारणाओं ने इस ट्रैंड को गति दी है.
बौलीवुड में शादियां क्यों नहीं टिकतीं
बौलीवुड के फेमस सिंगर ए आर रहमान और उन की पत्नी सायरा बानो शादी के 29 वर्षों बाद अलग हो गए हैं, जिसे सुन कर हरकोई हैरान है कि आखिर शादी के इतने सालों बाद ऐसा क्या हुआ जो संगीतकार को इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा. वैसे, इस के पहले कई मशहूर हस्तियां डिवोर्स ले कर लोगों को हैरानी में डाल चुकी हैं. आमिर खान, कमल हासन, आशीष विद्यार्थी, कबीर बेदी सहित कई लोगों के तलाक हो चुके हैं. इन सभी ने दशकों तक चले लंबे विवाह के बाद तलाक का फैसला लिया. सायरा बानो की वकील वंदना शाह ने एक इंटरव्यू में शोबीज में शादियों और असफलताओं के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं कि बौलीवुड में शादियां क्यों नहीं टिकतीं और आजकल तलाक का चलन इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहा है.
अलग सैक्स लाइफ
वंदना शाह ने ‘द चिल ओवर पोडकास्ट’ पर कहा कि बौलीवुड वालों की जिंदगी बहुत अलग होती है और ऐसी शादियों में, खासकर बौलीवुड में, बेवफाई नहीं बल्कि बोरियत अकसर अलगाव की ओर ले जाती है. वकील ने कहा कि मशहूर हस्तियां अकसर एक रिश्ते से दूसरे रिश्ते में बदलाव करते हुए कई शादियां करती हैं. ऐसे लोग बहुत अलग सैक्स लाइफ जीते हैं. एक सामान्य व्यक्ति की शादी की तुलना में इन लोगों की सैक्स को ले कर उम्मीद बहुत अधिक होती है. हालांकि इन के लिए ‘वन नाइट स्टैंड’ भी कोई माने नहीं रखता है. दरअसल असली मुद्दा नीरसता है जो रिश्ते टूटने का कारण बनती है. वंदना शाह ने यह भी कहा कि जीवनसाथी की मां, भाई और यहां तक कि ससुराल-परिवार सहित बाहरी लोगों का हस्तक्षेप अकसर सैलिब्रिटी मैरिज में चुनौतियों को बढ़ा देता है.
बड़ा कारण ‘घोंसला सिंड्रोम’
वैसे, केवल बौलीवुड और अमीर परिवारों में ही शादियां नहीं टूटतीं, बल्कि आम परिवारों में भी कई शादियां लंबे समय तक नहीं चल पाती हैं और पतिपत्नी तलाक ले कर अलग हो जाते हैं. पिछले 5 सालों में बुजुर्गों में तलाक के मामले दोगुने हुए हैं. दंपती आपसी रजामंदी से अलग हो रहे हैं, जिसे Gray Divorce कहते हैं. इस उम्र में तलाक लेने के पीछे का बड़ा कारण ‘घोंसला सिंड्रोम’ को माना जा रहा है. क्या है घोंसला सिंड्रोम खाली घोंसला वह स्थिति है जहां मातापिता अपने घर यानी सपनों के घोंसले में अकेले रह जाते हैं. उन के बच्चे पढ़ाई और कैरियर के कारण घर से बाहर चले जाते हैं. ऐसे में अकेले मातापिता दुख और अकेलेपन की भावना के शिकार होने लगते हैं.
ग्रे डिवोर्स क्या है
ग्रे डिवोर्स को अकसर ऐसे तलाक के रूप में परिभाषित किया जाता है जो लंबे समय तक चली शादी के बाद 50 वर्ष की आयु के बाद होता है. ऐसे व्यक्ति अकसर कई वर्षों या दशकों से विवाहित जिंदगी जीने के बाद आखिरकार अपनी शादी से अलग होने का फैसला ले लेते हैं. लंबे समय साथ रहने के बाद अलग होने को सिल्वर स्प्लिटर्स कहा जाता है. इधर पिछले कुछ सालों में ‘Gray Divorce’ के मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहे हैं. Gray Divorce की वजह क्या है
बच्चों का विदेश चले जाना : उम्र के इस पड़ाव में अलग होने का एक बड़ा कारण जीवन में अकेलापन है. ज्यादातर दंपती के बच्चे या तो विदेश में सैटल हो जाते हैं या किसी दूसरे शहर में जा कर बस जाते हैं. ऐसे में मातापिता अकेले रह जाते हैं और आपस में छोटीछोटी बातों पर लड़नेझगड़ने लगते हैं और फिर एक दिन अलग होने का फैसला कर लेते हैं.
दंपती का एकदूसरे से लगाव खत्म होना : एक उम्र के बाद पतिपत्नी का एकदूसरे से लगाव खत्म होने लगता है. वे एकदूसरे से इतने ज्यादा एरिटेड होने लगते हैं कि एकदूसरे से बात तक करना पसंद नहीं करते हैं. अधिकतर लोगों का तलाक एकदूसरे से लगाव खत्म हो जाने के कारण होता है.
बच्चों का अलग हो जाना : कई मामलों में यह भी देखा गया है कि बच्चे शादी के बाद मातापिता से दूरियां बना लेते हैं और अलग घर ले कर रहने लगते हैं, जिस की वजह से मातापिता में तनाव और कलह बढ़ने लगता है.
अपेक्षाएं पूरी न होना : 56 साल की ममता की आज भी अपने पति से यही शिकायत है कि उस ने उसे कभी नहीं समझा, यह जानने की कोशिश तक नहीं की कि उसे चाहिए क्या? वहीं ममता के पति का कहना है कि उन की पत्नी ने कभी उन की इज्जत नहीं की. जब दो लोग साथ रहते हैं तो एकदूसरे से अपेक्षाएं तो होती ही हैं. लेकिन जब वही चीज पूरी नहीं हो पाती है तो दोनों के बीच मनमुटाव बढ़ने लगता है और उन के रास्ते अलग हो जाते हैं.
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर : अब शादी कोई बंधन नहीं रहा है. क्या बुजुर्ग क्या जवान, हर इंसान सोशल मीडिया पर इंगेज हैं. नएनए रिश्ते बना रहे हैं वह भी अपने पार्टनर से छिपा कर. यह भी एक वजह है रिश्ते टूटने की.
Gray Divorce के संकेत : कहा जाता है कि तलाक होने से काफी पहले ही मानसिक तौर पर पतिपत्नी के बीच तलाक हो चुका होता है. यानी इस के संकेत काफी पहले से दिखने शुरू हो जाते हैं. कम्यूनिकेशन गैप, लंबे समय से एकदूसरे के बीच आई दूरी, आपसी तालमेल न होना, एकदूसरे की बातों से चिढ़ना, बच्चों के घर से जाने के बाद बहुत अकेला महसूस करना आदि संकेत बताते हैं कि पतिपत्नी के बीच अब पहले वाला लगाव नहीं रहा.
मध्यम आयुवर्ग और वृद्ध वयस्कों में तलाक
2022 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि मध्यम आयुवर्ग और वृद्ध वयस्कों में तलाक की दर 1970 के बाद से बड़ी है. 1970 में ग्रे तलाक अपेक्षाकृत असामान्य था और 1990 तक इस में मामूली वृद्धि हुई. 1990 में 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में 8.7 फीसदी विवाह तलाक में समाप्त हो गए. 2019 तक यह संख्या बढ़ कर 36 फीसदी हो गई.
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग ही एकमात्र ऐसा आयुवर्ग है जिस में तलाक की दर बढ़ रही है. इस के विपरीत, 20 और 30 के दशक के वयस्कों में तलाक की दर हाल के वर्षों में वास्तव में कम हुई है. gray divorce से कैसे निबटें इस के लिए आप अपनी लाइफ फिर से खुल कर जीने की कोशिश कीजिए. अपने दोस्तों को फोन कौल कीजिए. उन के साथ टाइम स्पैंड कीजिए. अगर कोई मैंटली परेशानी है तो डाक्टर को दिखाइए. इस तरह आप gray divorce से निबट सकते हैं.