अगर आप भी अपनी समस्या भेजना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें.

सवाल –

मैं दिल्ली की मयूर विहार रहने वाली हूं और मेरा एक 8 साल का बेटा है. मेरे घर में मैं, मेरे पति और मेरा बेटा ही रहता है. मेरे पति सारा दिन औफिस के काम से बाहर रहते हैं और मैं एक हाउसवाइफ हूं. हाल ही में मेरे पति ने हमारे घर का ग्राउंड फ्लोर एक परिवार को रेंट पर दिया है जो कि बंगाल से हैं. उनका बेटा करीब 16 साल का है. वह अकसर मेरे बेटे के साथ खेलने के लिए हमारे घर आता रहता है. मेरा बेटा भी उसे पसंद करने लगा है, उसे भैया भैया कह कर बुलाता है. शुरुआत में तो मुझे सब नौर्मल लगा लेकिन धीरे धीरे जब मैंने उस लड़के को नोटिस किया तो मैंने देखा कि वह लड़का मेरे बेटे से बहुत चिपकता है. इतना ही नहीं कभी कभी वह उसे जोर से गले लगाता है और उसे किस करने लगता है. मुझे अजीब लगता है कि कैसे एक 16 साल का लड़का मेरे 8 साल के बेटे के साथ इतना चिपक सकता है. जब से मैंने ये नोटिस किया है मैं अपने बेटे को उसके पास बिल्कुल भी अकेला नहीं छोड़ती हूं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं उस लड़के को कैसे और क्या कह कर रोकूं. आप ही कुछ सलाह दीजिए.

जवाब –

मैं आपकी परेशानी अच्छी तरह समझ सकता हूं. कोई भी मां यह बिल्कुल नहीं चाहेगी कि उसके 8 साल के बेटे के साथ कोई इतना चिपके या कुछ गलत करे. इस केस में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है. जैसा कि आपने उस लड़के के बारे में बताया उसे देख यह कहा जा सकता है कि वह पीडोफाइल हो सकता है. पीडोफाइल शब्‍द उन लोगों के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है, जो बच्‍चों के साथ यौन शोषण करने में रुचि रखते हैं. इनके बारे में कहा जाता है कि जिनके साथ बचपन में यौन शोषण हुआ हो वे बड़े होने के बाद बच्चों के साथ भी उसी तरह से पेश आते हैं. इन्‍हें चाइल्‍ड सेक्‍शुअल अब्‍यूज में लिप्‍त पाया गया है. हो सकता है यह लड़का भी पी‍डोफाइल हो इसलिए अपने बेटे को उसके पास भेज कर रिस्‍क लेने की जरूरत नहीं है.

अपने बच्चे को किसी भी तरह से उस लड़के से दूर रखें लेकिन याद रहे कि आपको अचानक से अपने बच्चे को उससे दूर नहीं करना चाहिए बल्कि जब भी आपका बेटा उससे मिलने की जिद करे या वह लड़का आपके बेटे से मिलने आए, तो आपके पास सौलिड बहाना होना चाहिए. अगर वह लड़का सच में पीडोफाइल होगा, तो शुरुआत में उसे आपके व्‍यवहार से दुख होगा इसलिए जरूरी है कि इसकी तैयारी पहले से कर ले. इनके खेलने के टाइम पर बेटे को कोई ट्यूशन लगा दें या खुद पढ़ाना शुरू करें. बच्‍चों को उसके हमउम्र लोगों के पास खेलने भेजें. बच्‍चे का एडमीशन किसी हौबी क्‍लास या स्‍पोर्ट्स के क्‍लास में कर दें.

पीडोफाइल होने के और भी कई कारण हो सकते हैं जैसे कि बचपन में सिर पर चोट लग जाना या फिर जेनेटिक गड़बड़ी के कारण कुछ लोग ऐसे बन जाते हैं. ऐसे लोग हमारे आसपास ही होते हैं बस हमें इन्हें पहचानना पड़ता है. कई अध्‍ययनों से पता चला है कि बच्चों का यौन शोषण करने वालों में बड़ी संख्‍या में अपने ही करीबी रिश्तेदार या फिर पड़ोसी होते हैं. ऐसे लोगों पर हम शक नहीं कर पाते हैं इसलिए बच्‍चे इनका आसान शिकार बन जाते हैं. पुरूषों के साथ साथ महिलाएं भी पीडोफाइल हो सकती हैं तो अपने बच्चों को किसी के साथ भी अकेला छोड़ने से पहले उस इंसान की सोच को अच्छे से जान लें.

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