शादी के बाद महिलाओं की जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है. महिलाओं के लिए उन का घरपरिवार सब से बड़ी प्रायोरिटी बन जाते हैं. मां बनने के बाद उन की जिम्मेदारियां और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं पति और परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारियां निभाने में उन का अपने पुराने दोस्तों से संपर्क टूट जाता है. न चाहते हुए भी पुराने दोस्त दूर होने लगते हैं और दोस्ती का नाम मात्र की रह जाती है. महिलाएं अपने स्कूल कालेज के पुराने दिनों और पुरानी दोस्ती को मिस करती हैं और उन्हें अकेलापन महसूस होता है. पुराने दोस्तों से कनेक्टेड नहीं रहने पर बहुत सी महिलाएं खुश नहीं रह पाती हैं और अपनी परेशानियों से अकेले जूझते हुए डिप्रेशन की शिकार हो जाती हैं. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि किसी भी इंसान की जिंदगी में दोस्त बहुत महत्वपूर्ण होते हैं.

पुराने दोस्तों के साथ समय बिताना तनाव दूर करने का एक शानदार तरीका

शादी के बाद ज़िंदगी में दोस्तों के होने से महिलाओं को न सिर्फ सपोर्ट मिलता है, बल्कि वह उन के नए परिवार के सदस्य के समान ही बन जाते हैं क्योंकि दोस्तों के साथ महिलाएं अपनी फीलिंग्स शेयर करती हैं, हंसीमजाक करती हैं और रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में बातचीत कर के रिलैक्स्ड रहती हैं. दोस्तों के साथ बातचीत करते हुए किसी तरह की टेंशन नहीं होती और महिलाओं को अपनी कई मुश्किलों का हल भी मिल जाता है.

अगर महिलाएं अपनी दोस्ती को जीवनभर संभाल कर रखना चाहती हैं तो कुछ तरीकों को अपना कर अपनी शादी के बाद जुड़े नए रिश्तों के साथ ही दोस्ती को भी आसानी से निभा सकती हैं और पुराने दोस्तों के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बना सकती हैं.

पतिपत्नी दोनों के दोस्त एक परिवार की तरह रहें

शादी के बाद अपने पुराने दोस्तों से मिलते समय, उन के साथ किसी भी तरह का गेट टू गेदर करते समय अपने लाइफ पार्टनर को भी साथ ले जाएं. जब भी मिलें दोनों के दोस्तों को इन्वाइट करें. उन से मिलवाएं. दोनों के दोस्त एक परिवार की तरह रहें. इस से दोनों को एकदूसरे के दोस्त से मिलने उन के साथ दोस्ती बढ़ाने में कोई आपत्ति नहीं होगी. साथ ही सब से जरूरी बात पतिपत्नी के बीच एकदूसरे के प्रति भरोसा बढ़ेगा दोनों के दोस्त एकदूसरे की कंपनी एन्जोय करेंगे.

पुराने दोस्तों से जुड़ाव बनाए रखें

शादी के बाद एक नए परिवेश में खुद को ढालने की व्यस्तता के कारण कई बार महिलाएं अपने पुराने दोस्तों से मेलजोल के लिए समय नहीं निकाल पाती हैं. ऐसे में अपने नए परिवार को समय देने के साथसाथ आप खुद को भी प्रायोरिटी दें और अपनी पुरानी सहेलियों से भी मिलती रहें. यकीन मानिए, इस से आप की पुरानी दोस्ती में जान आ जाएगी. आप शौपिंग के बहाने उन से मिल सकती हैं या फेस्टिवल के मौके पर उन्हें अपने घर पर इन्वाइट कर सकती हैं. आप अगर उन से मिल नहीं पा रही हैं तो कम से कम फोन पर या मैसेज पर आपस में बातचीत करती रहें.

पार्टनर को अपने दोस्तों की अहमियत बताएं

शादी के बाद कई बार महिलाएं पति को अपनी सहेलियों के बारे में नहीं बतातीं या उन्हें इस बात का एहसास नहीं करातीं कि आप के लिए सहेलियां भी आप के लिए खास हैं ऐसे में पतिपत्नी के दोस्तों के बारे में जान नहीं पाते और पत्नी के लिए उस के दोस्त क्या अहमियत रखते हैं, यह नहीं समझ पाते इसलिए महिलाएं शादी के बाद भी अपने पति से अपने दोस्तों के बारे में बात करती रहें. इस से पतिपत्नी के बीच दोनों के दोस्तों को ले कर जो असुरक्षा की भावना होगी, वह भी दूर हो जाएगी और आप दोनों चाहें तो दोनों एक दोस्तों के साथ कभी कोई ट्रिप भी साथ में प्लान कर सकते हैं.Community-verified icon

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...