रचनात्मकता को पैसे के बल पर कमतर नहीं किया जा सकता, इस बात को एक बार फिर तेलुगु फिल्म ने साबित कर दिखाया है.12 जनवरी, शुक्रवार के दिन टिप्स कंपनी की कैटरीना कैफ,विजय सेतुपति व संजय कपूर के अभिनय से सजी 60 करोड़ की लागत वाली फिल्म ‘मेरी क्रिसमस’ के साथ ही दक्षिण भारत की 3 फिल्में प्रदर्शित हुईं. जिस में से क्लीरंजन निर्मित व प्रशांत वर्मा निर्देशित तथा तेजा सज्जा के अभिनय से सजी मैथोलौजिकल सुपर हीरो वाली फिल्म ‘हनु मान’ है.

दूसरी तेलुगु फिल्म ‘गुंटूर कारम’ है. इस फिल्म के साथ दक्षिण के अभिनेता मोहन बाबू ने निर्देशक त्रिविक्रम श्रीनिवास के साथ 12 साल बाद जोड़ी बनाई है. तीसरी फिल्म रजनीकांत के दामाद धनुष की तमिल फिल्म ‘‘कैप्टन मिलर’’ प्रदर्शित हुई है. तेलुगु और हिंदी दोनों भाषाओं में बनी फिल्म ‘हनु मान’ ने हिंदी भाषी क्षेत्रों में कैटरीना कैफ की फिल्म ‘मेरी क्रिसमस’ और दक्षिण भारत में ‘गंटूर कारम’ के साथ ही ‘कैप्टन मिलर’ को बौक्सऔफिस पर धूल चटा दी.

फिल्म हनु मान’ की लागत कमाई

फिल्मकार प्रशांत वर्मा की मैथोलौजिकल सुपर हीरो फिल्म ‘हनु मान’ की मूल लागत महज 8 करोड़ रुपए है लेकिन फिल्म बनने के बाद निर्माता और निर्देशक दोनों को एहसास हुआ कि यदि वह कुछ पैसे वीएफएक्स व सीजेआई पर खर्च कर दें,तो यह फिल्म ज्यादा बेहतर हो जाएगी. तब ‘हनु मान’ के वीएफएक्स पर 9 करोड़ रूपए खर्च किए गए. 3 करोड़ रूपए प्रचार पर खर्च किए गए. इस तरह जब फिल्म ‘हनु मान’ सिनेमाघरों में पहुंची,तो इस की कुल लागत 20 करोड़ रुपए पहुंच चुकी थी.

पर एक सप्ताह में ‘हनु मान’ ने सिर्फ हिंदी में 20 करोड़ रुपए से अधिक कमा लिए. जबकि दक्षिण भारत में इस फिल्म ने 100 करोड़ रुपए कमा लिए. इस तरह फिल्म ने अपनी लागत वसूलने के साथ ही लाभ कमा रही है. फिल्म अभी भी सिनेमाघरों में दर्शक खींच रही है. फिल्म के निर्माताओं ने अपनी तरफ से प्रचार कर फिल्म के प्रति दर्शकों में उत्सुकता जगाने में कामयाब रहे थे, फिर माउथ पब्लिसिटी के बल पर इस का बौक्सऔफिस कलैक्शन हर दिन बढ़ता जा रहा है. अनुमान है कि यह फिल्म लाइफ टाइम कमाई 150 करोड़ रुपए से अधिक करेगी.

भारत में वैसे भी दानदक्षिणापंथी फिल्में खूब चलती हैं. यह फिल्म भी ऐसी है जिस में अंधविश्वास कूटकूट कर भरा हुआ है. फिल्म में हनुमान को माध्यम बना कर पैसा कमाया जा रहा है. साथ में लोगों को छिपे तौर दक्षिणापंथी बनाया जा रहा है, ताकि वे मंदिरों में जा कर पैसा लुटाएं.

मेरी क्रिसमस: मार्केटिंग टीम व पीआर के साथ कैटरीना ने डुबाया

टिप्स कंपनी और दिल्ली के 2 व्यवसायी संजय सोत्री व केवल गर्ग निर्मित तथा ‘अंधाधुन’ फेम श्रीराम राघवन निर्देशित फिल्म ‘मेरी क्रिसमस’ में कैटरीना कैफ, विजय सेतुपति, संजय कपूर हैं. पहले इस फिल्म में विजय सेतुपति की जगह सैफ अली खान होने वाले थे. इस फिल्म के ट्रेलर से फिल्म के अच्छी होने की उम्मीद बढ़ी थी. मगर इस फिल्म को इस का खराब पीआर दर्शकों तक इसे नहीं पहुंचा सका. परिणामतः पहले दिन के सुबह के तमाम शो रद्द हो गए और इस का बुरा असर फिल्म पर पड़ा.

फिल्म की पीआरटीम ने किसी भी कलाकार को पत्रकारों से बात नहीं करने दिया. फिल्म प्रचार कंपनी के मालिक ने पत्रकारों से साफसाफ कह दिया कि कलाकारों का पत्रकारों को इंटरव्यू देने में यकीन नहीं रहा. पीआर टीम कलाकारों के साथ शहरों का भ्रमण करती रही. किसी भी शहर में किसी इवेंट में कलाकारों से दोचार मिनट के नृत्य या कुछ संवाद बुलवा कर फिल्म को सफलता दिलाने का दावे हर बार धूल चाटते नजर आए हैं, पर निर्माता को समझ में नहीं आता कि इस तरह पीआर पैसे की बर्बादी करा रहा.

ऊपर से कैटरीना कैफ ने हद कर दी. मुंबई से बाहर चाहे जिस शहर में जाना रहा हो, कैटरीना हमेशा चार्टर्ड प्लेन से ही गई. परिणामतः 20 करोड़ रुपए से अधिक प्रचार पर खर्च हो गए और फिल्म का बजट हो गया 80 करोड़ रुपए. जबकि यह फिल्म एक सप्ताह में महज 14 करोड़ रुपए ही कमा सकी.

फिल्मकार श्रीराम राघवन तो फ्रांसीसी साहित्य के दीवाने हैं. इस बार ‘मेरी क्रिसमस’ भी वह एक फ्रांसीसी उपन्यास पर ही ले कर आए हैं, जिस का नाम वह अंत तक छिपाते रहे. पर फिल्म के अंत में उस उपन्यास का नाम दिया है, पर वह नाम इतनी जल्दी गायब हो जाता है कि दर्शक पढ़ नहीं सकता.

श्रीराम राघवन की पिछली फिल्मों के मुकाबले ‘मेरी क्रिसमस’ काफी कमजोर फिल्म है. इस का बजट भी बेवजह के मदों में पैसे खर्च कर बढ़ाया गया. अन्यथा यह फिल्म बामुश्किल 30 करोड़ रुपए में बनी होगी.

कैटरीना कैफ या संजय कपूर अपने अभिनय से प्रभावित नहीं करते जबकि कैटरीना की बेटी एनी के किरदार में 6 वर्ष की बाल कलाकार परी शर्मा जरूर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचती है. एक सप्ताह की कमाई के आधार पर कहा जा सकता है कि ‘मेरी क्रिसमस’ की लाइफ टाइम कमायी 20 करोड़ रुपए से अधिक नहीं होगी. यानी कि यह फिल्म सिनेमाघरों का किराया भी नहीं चुका सकती.

जब तक फिल्म के निर्माता अपनी फिल्म के बजट व प्रचार पर ध्यान नही देंगें, तब तक फिल्में इसी तरह बौक्सऔफिस पर डूबती रहेंगी. इस का खामियाजा पूरे बौलीवुड को भुगतना होगा और यह रवैया सिनेमा की बर्बादी का कारण बनता जा रहा है.

वीएफएक्स व सीजेआई को ले कर ‘हनु मान’ ने बौलीवुड को दिखाया आइना

तेलुगु फिल्म ‘हनु मान’ ने न सिर्फ 600 करोड़ रुपए से अधिक की लागत में बनी तमाम बौलीवुड फिल्मों को आइना दिखाया है, बल्कि हौलीवुड की ‘स्पाइडरमैन’, ‘आयरनमैन’ व ‘सुपरमैन’ को भी जबरदस्त टक्कर दिया है. ‘हनु मान’ के निर्माता व निर्देशक ने साबित कर दिखाया कि अगर इंसान के अंदर रचनात्मकता हो, एक अच्छी व ईमानदार सोच हो तो कम से कम खर्च में भी ऐसी फिल्म बन सकती है, जिसे बौलीवुड हजार करोड़ रुपए खर्च करके भी नहीं बना पा रहा है.

‘हनु मान’ का वीएफएक्स और सीजेआई, बौलीवुड की हर फिल्म को टक्कर दे रहा है. कमाल का वीएफएक्स है. फिल्म के कलाकार तेजा सज्जा और अमृता अय्यर की जोड़ी के अभिनय के सामने बौलीवुड के दिग्गजों का अभिनय कोई मायने नहीं रखता. बौलीवुड के हर निर्माता,निर्देशक व कलाकार को ‘हनु मान ’ से सीखना चाहिए.

कम से कम शाहरुख खान को, जिन की अपनी वीएफएक्स कंपनी है. इस के बावजूद वह ‘पठान’, ‘जवान’ या ‘डंकी’ में अच्छा स्पैशल इफैक्ट्स नहीं दे पाए. ‘ब्रम्हास्त्र’ के निर्देशक अयान मुखर्जी व निर्माता करण जोहर को भी सीखना चाहिए. फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज‘ के सर्जकों को भी सबक लेना चाहिए.

दक्षिण की फिल्में भी धराशाही

200 करोड़ रुपए के बजट में बनी दक्षिण के सुपर स्टार महेश बाबू की फिल्म ‘गुंटूर करमा’ महज 100 करोड़ रुपए ही कमा सकी है. इस में से निर्माता के हाथ में महज 30-35 करोड़ रुपए ही आएंगे. उधर धनुष की लगभग 100 करोड़ रुपए की फिल्म ‘कैप्टन मिलर’ बौक्सऔफिस पर 63 करोड़ रुपए ही एकत्र कर पाई है.

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