Bollywood Jan 2024 Box Office Collection : हमेशा से माना जाता रहा है कि जनवरी के पहले सप्ताह में प्रदर्शित होने वाली फिल्मों को सफलता नसीब नहीं होती लेकिन इस वर्ष 5 जनवरी को प्रदर्शित हुई फिल्में ‘फायर औफ लव रेड’ तथा ‘तोबा तेरा जलवा’ के निर्माताओं ने दावा किया था कि वे इस वर्ष इतिहास बदल देंगे.

दिसंबर 23 में प्रदर्शित सफल फिल्म ‘एनिमल’ से अपनी फिल्म ‘फायर औफ लव रेड’ की तुलना करते हुए निर्देशक अशोक त्यागी ने दावा किया था कि उन की फिल्म ‘एनिमल’ का बाप है और फिल्म ‘तोबा तेरा जलवा’ में ‘ग़दर 2’ फेम अमीषा पटेल हीरोइन है, इसलिए उम्मीद थी कि ये फिल्में एक नया इतिहास रचेंगी. पर अफसोस कि इन फिल्मों के निर्माता और इन के प्रचारक ने सब बंटाधार कर दिया.

फिल्म ‘एनिमल’ की ही तरह राजीव चौधरी व निर्देशक अशोक त्यागी की फिल्म ‘फायर औफ लव रेड’ ऐसे इंसान की कहानी है जो लोगों की नजर में मशहूर लेखक है पर वह हिंसा व सैक्सप्रेमी है. मगर दोनों फिल्मों में सब से बड़ा अंतर यह है कि ‘एनिमल’ में सबकुछ दृश्यों के माध्यम से दिखाया गया था जबकि ‘फायर औफ लव रेड’ में संवादों से बताया गया है कि नायक 6 लड़कियों के साथ यौनसुख भोगने के बाद उन की हत्याएं कर चुका है.

फिल्म की कहानी व पटकथा कमजोर है. निर्देशक अशोक त्यागी अपने फिल्म के हीरो कृष्णा अभिषेक को सुपरस्टार बता रहे थे लेकिन फिल्म में कृष्णा अभिषेक को देख कर लगता है कि उसे अभिनय नहीं आता. फिल्म के निर्देशक अशोक त्यागी अपने बलबूते पर फिल्म को सोशल मीडिया पर प्रमोट करते रहे मगर निर्माता, इस फिल्म के प्रचारक ने कोई काम नहीं किया.

इतना ही नहीं, फिल्म के कलाकार कृष्णा अभिषेक, पायल घोष, भारत दाभोलकर सहित किसी ने भी फिल्म को प्रमोट नहीं किया. मजेदार बात यह है कि फिल्म के निर्माता राजीव चौधरी किसी जमाने में फिल्म ‘मैं ने प्यार किया’ सहित राजश्री प्रोडक्शन, देव आनंद व भप्पी सोनी सहित कई दिक्कत फिल्मकारों के प्रचारक रहे हैं.

यही नहीं, इस फिल्म के प्रदर्शन की तारीख भी 5 बार बदली गई. परिणामतया 4 करोड़ रुपए की लागत में बनी यह फिल्म बौक्सऔफिस पर सिर्फ 25 लाख रुपए ही कमा सकी. किसी फिल्म की इतनी बड़ी दुर्गति की कल्पना नहीं की जा सकती.

फिल्म के प्रदर्शन से पहले निर्देशक अशोक त्यागी और निर्माता राजीव चौधरी के सारे दावों की हवा निकल गई. अभिनेता कृष्णा अभिषेक सुपरस्टार तो छोड़िए, फिल्मों में अभिनय करने के लायक भी नहीं रहे. उन के लिए छोटा परदा ही जिंदाबाद.

5 जनवरी को ही दूसरी फिल्म ‘तोबा तेरा जलवा’ प्रदर्शित हुई जिस की कहानी के केंद्र में उत्तर प्रदेश का रियल स्टेट कारोबारी रोमी त्यागी (जतिन खुराना) है. उस की पारिवारिक जिंदगी खुशहाल है पर जब रोमी की जिंदगी में लैला (अमीषा पटेल) आती है तो बवाल मच जाता है.

फिल्म की कमजोर पटकथा, कमजोर निर्देशन और कलाकारों के निराशाजनक अभिनय के साथ ही बिना प्रचार के फिल्म को प्रदर्शित किया जाना फिल्म को डुबो दिया. फिल्म के प्रचारक ने पत्रकारों के पास फिल्म के ट्रेलर लौंच की खबर ईमेल पर भेज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ली.

अमीषा पटेल व जतिन खुराना ने भी इस फिल्म को प्रमोट करने के लिए एक भी दिन का वक्त नहीं दिया. लेखक व निर्देशक आकाश आदित्य लामा ने 2012 में एक असफल फिल्म ‘सिगरेट की तरह’ निर्देशित की थी. अब पूरे 12 साल बाद वे लेखक व निर्देशक के तौर पर ‘तोबा तेरा जलवा’ ले कर आए पर उन्होंने बेमन ही लेखन व निर्देशन किया.

5 करोड़ रुपए की लागत में बनी फिल्म ‘तोबा तेरा जलवा’ महज 30 लाख रुपए ही बौक्सऔफिस पर कमा सकी. काश, फिल्मकार व कलाकार पैसे की बरबादी करने के बजाय अपने काम को ईमानदारी से करने पर ध्यान देते तो यह नौबत न आती.

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