बौलीवुड में प्रवेश करना हर नवोदित कलाकार के लिए लोहे के चने चबाना जैसा हो गया है. फिल्मी माहौल में पलेबङे 21 वर्षीय राज रावल को भी बौलीवुड में कदम रखने के लिए काफी पापड़ बेलने पङे.

‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ फेम मशहूर अदाकारा पूजा घई के बेटे राज रावल ने कभी अंडर 17 विश्व कप फुटबाल में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. पर उन के अंदर बौलीवुड में हीरो बनने की तमन्ना थी। उन्हें पता था कि बौलीवुड में ब्रेक मिलना इतना आसान नहीं है. पर राज रावल ने सोच लिया था कि मुझे हार नहीं माननी.

करीब से देखा फिल्मी माहौल

वे कहते हैं,‘‘मेरी परवरिश फिल्मी माहौल में हुई है. मैं ने अपनी मां को भी यहां संघर्ष करते हुए देखा है. इसलिए मुझे संघर्ष से डर नहीं लगता. मैं कठिन से कठिन मेहनत करना चाहता हूं.’’

21वर्षीय महत्त्वाकांक्षी अभिनेता राज रावल लास एजैंल्स, अमेरिका के ली स्ट्रैसबर्ग में 12 सप्ताह और जेफ गोल्डबर्ग स्टूडियो में 9 माह का ऐक्टिंग कोर्स करने के बाद भारत आए. फिर उन्होंने गणेश आचार्य डांस ऐकेडमी में डांस सीख कर अपने कौशल का विस्तार किया. इस के अलावा राज अपने शारीरिक फिटनैस पर खास ध्यान देते रहे. फिर बौलीवुड में आने की कोशिश करने लगे.

जब उन्हें यह आसान महसूस नहीं हुआ तब उन्होंने फिल्म माध्यम को करीब से समझने के लिए डीजे द्वारा निर्मित वैब सीरीज ‘हम तुम ऐंड देम’ की प्रोडक्शन टीम के साथ मिल कर काम किया. इस के बाद अक्षय कुमार और कियारा आडवाणी अभिनीत फिल्म ‘लक्ष्मी’ और सिद्धार्थ मल्होत्रा व रश्मिका मंदाना अभिनीत फिल्म ‘मिशन मजनूं’ में बतौर सहायक निर्देशक काम किया.

दर्शकों का दिल जीत लिया

इस के बाद राज रावल ने अभिनय के मैदान में कूदने के लिए डिजिटल मीडियम का सहारा लिया. राज रावल ने निर्देशक विक्रम घई की शौर्ट फिल्म ‘द अनस्पोकन’ में अभिनय किया और इस फिल्म में अभिनय कर अपने असाधारण अभिनय कौशल से राज ने दर्शकों का दिल जीत लिया है.

अपनी मां के नक्शेकदम पर चलते हुए राज ने एक उल्लेखनीय यात्रा शुरू की है.

शौर्ट फिल्म ‘द अनस्पोकन’ दर्शकों को भावनात्मक सफर पर ले जाती है, जिस में राज रावल अपने किरदार में जान फूंकने में सफल रहे हैं.

यह फिल्म न सिर्फ उन की अविश्वसनीय अभिनय क्षमता को उजागर करती है, बल्कि काम के प्रति उन के समर्पण को भी दिखाती है. इस शौर्ट फिल्म में राज रावल के संग नाजनीन पटेल, न्यासा बिजलानी की भी अहम भूमिकाएं हैं.

हालांकि फुटबौल आज भी राज रावल का जनून है. इस के अलावा उन्हें दुनियाभर में यात्रा करना, सोल फूड खाना और जीवन का अनुभव करना भी बहुत पसंद है.

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