पत्नी की असमय मौत के बाद जब गिरिजा रुद्रदत्त के जीवन में आई तो उस की सुंदरता देख रुद्रदत्त उस पर मोहित हो गए। तभी एक रात गिरिजा ने उस का हाथ अपने हाथों में ले लिया और फिर.