लाला रामदेव योग को व्यापार बनाने के साथ आज देश के एक बड़े उद्योगपति के रूप में स्थापित हो चुके हैं. और करोड़ों रुपए के विज्ञापन के माध्यम से देश की जनता को उसी तरह नकली वस्तुएं बेच रहे हैं जैसे देश के अन्य कुछ घटिया उत्पादक कंपनियां कर रही हैं. इनमें बिस्किट के बाद अब पतंजलि घी आज सुर्खियों में है .
सेठ रामदेव ने गेरूआ वस्त्र पहन कर के देश की सामान्य जनता को अपने प्रभाव में ले लिया और यह संदेश दिया कि वह एक संत है. मगर उनके व्यापारी बनने के बाद यह सच सामने आ गया कि वह भी एक सामान्य व्यक्ति हैं जो मोह माया में फंसा हुआ है. और इससे यह उम्मीद नहीं की जा सकती की यह किसी आम आदमी का भला चाहता हैं.
दरअसल, राम बाबा चाहते यह है कि देश की जनता उनके पतंजलि स्टोर्स में आए और उनके उत्पाद ले जाए ताकि वे भरपूर कमाई कर सकें एक उद्योगपति की सोच रखने वाले रामदेव अब एक बार फिर बुरी तरह फंस गए हैं उनका बनाया हुआ ब्रांडेड पतंजलि घी नकली पाया गया है, इसके साथ ही रामदेव बाबा और उसकी कंपनी की बोलती बंद कर हो गई है.
जो सच्चाई सामने आई है उसके मुताबिक रामदेव की नामी-गिरामी कंपनी पतंजलि ब्रांड गाय के घी का सैंपल फेल पाया गया है.
यह सैंपल उत्तराखंड राज्य की प्रयोगशाला के बाद केंद्रीय प्रयोगशाला में भी फेल पाया गया. जिसके बाद टिहरी जनपद के खाद्य सरंक्षा और औषधि विभाग के द्वारा पतंजलि कंपनी के खिलाफ एडीएम कोर्ट में वाद दायर करने जा रहा है.
बाबा रामदेव की नामी-गिरामी कंपनी पतंजलि ब्रांड गाय के घी का सैंपल खाद्य संरक्षा और औषधि विभाग के द्वारा साल 2021 में दीपावली के पर्व पर टिहरी जनपद के घनसाली में एक दुकान से सैंपल भरा गया था.
जिसके बाद सैंपल को नियमानुसार राज्य की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया तो, सैंपल फेल पाया गया. जिसके बाद खाद्य संरक्षा विभाग के द्वारा कंपनी को नोटिस जारी किया तो, कंपनी ने राज्य की लैबोरेट्री को रिपोर्ट को गलत साबित किया.
जिसके बाद फिर से खाद्य सरंक्षा विभाग के द्वारा केंद्रीय प्रयोगशाला में सैंपल भेजा गया तो केंद्रीय प्रयोगशाला में भी बाबा रामदेव की पतंजलि ब्रांड गाय के घी का सैंपल फेल पाया गया.
खाद्य सरंक्षा अभिहित अधिकारी एमएन जोशी के मुताबिक प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार पतंजलि घी में मिलावट और घी मानकों के अनुरूप ना मिलने और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया है.
यह आश्चर्यजनक है कि खाद्य सरक्षा और औषधि विभाग ने घी का सैंपल एक बार फिर जांच में दिया लेकिन इस बार विभाग ने केंद्र की प्रयोगशाला में सैंपल भेजा और नतीजा वही निकला.
इसके बाद अब कोई शक नहीं जा गया कि पतंजलि का ब्रांडेड घी मिलावटी है.
रामदेव की गैर जिम्मेदारियां
कथित रूप से अपने आपको बाबा कहलाने वाले रामदेव की हकीकत सामने आने के बाद देशभर में उनकी आलोचना का दौर जारी है. उनके चाहने वाले भी इस बात से चकित हैं कि रामदेव जैसा व्यक्ति जो बड़ी-बड़ी बातें करता है जिसके सामने बड़े बड़े नेता नतमस्तक हैं वह भी नकली सिद्ध हुआ है.
सामाजिक कार्यकर्ता सनंददास दीवान, एल्डरमैन के मुताबिक बाबा रामदेव ने सिर्फ झूठ की मायावी दुनिया रची है अन्यथा इस मामले पर उन्हें सामने आकर के अपना पक्ष रखना चाहिए था मगर ऐसा लगता है उनकी अब बोलती बंद हो गई है .
व्यवसायी संजय जैन के मुताबिक रामदेव बाबा की हकीकत सामने आ गई है आज देश में कांग्रेस की सरकार होती तो बाबा कहते कि उन्हें फंसाया गया है मगर अब वह यह भी नहीं कह सकते.