अब यह स्पष्ट हो गया है कि आगामी 18 जुलाई 2022 को भारत के आगामी राष्ट्रपति पद का निर्वाचन होना है. राष्ट्रपति चुनाव की समय सीमा स्पष्ट होने के साथ ही देशभर में इस पद के लिए कुछ महत्वपूर्ण नामों की चर्चा जनता जनार्दन के दरबार यानी सोशल मीडिया पर अपने सबाब पर है.

सोशल मीडिया पर उम्मीदवार के रूप में जिन नेताओं और हस्तियों के नाम की चर्चा सबसे अधिक है, उनमें देशभर में किसान आंदोलन के समय, सरकार के खिलाफ खुलकर बोलने वाले केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से लेकर देश के कुछ राज्यों के अनुसूचित जनजाति की महिला राज्यपालों के नाम सुर्खियों में है.

आरिफ मोहम्मद खान का नाम इसलिए सबसे ज्यादा चर्चा में है क्योंकि आज भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी पहली दफा एक तरह से दुनिया भर के मुस्लिम देशों के निशाने पर आ गए हैं. नूपुर शर्मा के  मोहम्मद पैगंबर पर दिए गए गैरजिम्मेदाराना बयान के बाद और लंबी चुप्पी के कारण भाजपा पर राजनीतिक संकट के बादल मंडला रहे हैं और भाजपा के नेताओं की बोलती बंद है. ऐसे में आरिफ मोहम्मद खान अगर राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन जाते हैं तो देखते ही देखते माहौल बदलने लगेगा भाजपा की छवि धूमिल हुई है वह कुछ साफ बनेगी.

सोशल मीडिया के

ट्विटर प्लेट फार्म पर  राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में मूल रूप से ओड़ीशा की रहवासी और दो दफा की विधायक व एक दफा राज्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुकीं और झारखंड की पहली महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, का नाम सबसे ऊपर है उसके पश्चात छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूईया उइके का नाम आगामी राष्ट्रपति पद के लिए सामने है . कुछ लोगों ने देश के महत्वपूर्ण उद्योगपति रतन टाटा और कुछ ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के नाम भी सुझाए हैं सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन का नाम भी राष्ट्रपति पद के लिए सोशल मीडिया में चर्चा में है. यह माना जा रहा है कि अमिताभ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सकारात्मक संबंध है और अमिताभ की छवि यसमैन की है ऐसे में देश की आवाम को अपनी और आकर्षित करने के लिए भाजपा यह मास्टर स्ट्रोक चल सकती है.

सबसे ऊपर मोहम्मद आरिफ खान

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री भाजपा के समर्थक सोमनाथ भारती ने  दावा किया है कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में आरिफ मोहम्मद खान का राष्ट्रपति बनना लगभग तय है. सोमनाथ भारती के संबंध भाजपा से कैसे हैं यह देश जानता है ऐसे में अगर आरिफ मोहम्मद खान का नाम उभरकर सामने आ जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए. निर्वाचन आयोग ने गुरुवार, 9 जून को घोषणा की – अगला राष्ट्रपति निर्वाचित करने के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा तथा मतगणना 21 जुलाई को होगी. इसके साथ ही देश भर में यह चर्चा चल पड़ी है कि देश का आगामी राष्ट्रपति कौन बनेगा…?

आपका यह जानना जरूरी है कि  राष्ट्रपति चुनाव में सांसदों और विधायकों वाले निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे.वहीं भाजपा में अभी तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर कोई नाम अधिकृत रूप से सामने नहीं आया है .

2017 में राष्ट्रपति चुनाव के दरमियान पूर्व लोकसभा

अध्यक्ष और विपक्षी दलों की उम्मीदवार मीरा कुमार को भाजपा उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने लगभग 3,34,730 मूल्य के मतों से पराजित किया था. मजे की बात यह है कि राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा के कुछ घंटे की अवधि में ही, अपने ठेठ  अंदाज के लिए अपने खुले विचारों के कारण और मोदी से आमने सामने की टक्कर लेने के लिए चर्चित आरिफ मोहम्मद खान का नाम देश में ट्विटर पर 10 शीर्ष में ट्रेंड करने लगा .

एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने  लिखा – मिस्टर खान को राष्ट्रपति बनाया जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक और ‘मास्टर स्ट्रोक’ होगा.

ऐसे ही एक व्यक्ति ने लिखा – इससे भाजपा पर मुसलिम विरोधी होने की छवि में सुधार आएगा और पैगंबर को लेकर हाल ही में भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी से दुनिया भर में उपजी नाराजगी को दूर करने का बेहतर मौका मिला है .

कुल मिलाकर  सोशल मीडिया में जो नाम चल रहे हैं एक तरह से यह आम जनता के नाम है मगर हमारे देश में राजनीतिक पार्टियां अपने नफे और नुकसान के साथ चलती हैं. ऐसे में देखना यह दिलचस्प होगा कि राष्ट्रपति पद उम्मीदवार कौन होगा.

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