सवाल

मैं 40 साल की हो गई हूं. मेरे परिवार में डायबिटीज की हिस्ट्री है. मतलब कि मेरे मायके और ससुराल दोनों तरफ. मेरे पति को 36 साल में डायबिटीज हो गई थी. मुझे डर लगा रहता है कि कहीं मुझे भी यह प्रौब्लम न हो जाए. खानेपीने के प्रति सतर्क रहती हूं लेकिन फिर भी डर लगा रहता है. कैसे मैं यह डर अपने मन से निकालूं?

जवाब

आप ज्यादा स्ट्रैस मत लीजिए. बस, समयसमय पर प्रीडायबिटीज चैकअप करवाती रहिए. प्रीडायबिटीज वह स्टेज होती है जहां खून में शुगर लैवल खतरे के निशान से ठीक करीब होता है. इस का मतलब कि अगर आप को प्रीडायबिटीज स्टेज के बारे में पता चल गया है तो यह डायबिटीज से बचने का आखिरी मौका होता है.

प्रीडायबिटीज को बौर्डरलाइन डायबिटीज भी कहा जाता है. प्रीडायबिटीज के स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं. यह कारण है कि अधिकांश लोगों को इस का पता भी नहीं चलता है. इस का पता लगाने के लिए डाक्टर ब्लड शुगर और ब्लडप्रैशर की जांच करता है. वैसे इस के सामान्य लक्षणों में शामिल है-बारबार पेशाब आना और प्यास बढ़ना.

अगर आप इस स्टेज पर डाक्टर की सलाह, डाइट और ऐक्सरसाइज का प्लान रखती हैं तो डायबिटीज की समस्या से बच सकती हैं.

अगर आप मोटापे की ओर अग्रसर हैं, वजन ज्यादा है या बीएमआई स्तर 25 से ज्यादा है तो आप को प्रीडायबिटीज टैस्ट जरूर करवा लेना चाहिए.

यदि आप प्रीडायबिटीज स्टेज में आ जाती हैं तो घबराने के बजाय सतर्क हो जाइए और जहां तक हो सके,

लो-ग्लैसीमिक फूड्स का सेवन करना शुरू कर दें. डाइट का खास खयाल रखते हुए लो शुगर डाइट लें. पर्याप्त मात्रा में रोजाना पानी का सेवन करें और फल व सब्जियों से अपनी प्लेट का 60 प्रतिशत हिस्सा कवर करें. रोजाना ऐक्सरसाइज को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं. समयसमय पर जांच करवाती रहिए.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz

सब्जेक्ट में लिखें- सरिता व्यक्तिगत समस्याएं/ personal problem 

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