रुपयों से मोहब्बत और नोटों से आशिकी… पैसा किसे पसंद नहीं है? पैसे तो आजकल सांसों से भी ज्यादा जरूरी हैं, तभी तो सांस लिए बिना न जाने कितने लोग मशीन सरीखे रोजाना दफ्तर जाते हैं और सूरज ढलते लौट आते हैं. खैर ये उनका निजी जीवन है. आपकी हर वित्तीय जरूरत को पूरा करने वाले बैंक के बारे में आप कितना जानते हैं? बैंक आपकी हर छोटी बड़ी जरूरत का ध्यान रखता है, तो आपको भी बैंक के बारे में कुछ बातें तो जरूर पता होनी चाहिए.
बैंक अकाउंट किसी की भी जिन्दगी का एक अहम हिस्सा है. अब तो सरकार ने भी इसे आपकी जिन्दगी के साथ जोड़ने के लिए कमर कस ली है. सरकार ने ऐसी कई योजनायें बनाई हैं, जिसका फायदा उठाने के लिए आपके पास बैंक अकाउंट का होना जरूरी है. सरकार ने जन धन योजना जैसी योजना लाकर गरीबों को एक मौका भी दिया कि वे अपना बैंक खाता खुलवा लें, पर जैसा कि देशवासियों की आदत है, उन खातों में भी जमाखोरी की कई घटनायें सामने आईं. नोटबंदी के बाद यह काले कारनामे सामने आए. बैंक अकाउंट किसी व्यक्ति के लिए उतना ही जरूरी है जितना की पैसे.
आजकल बैंक बहुत सारी सेवायें मुहैया कराते हैं. पर बैंक के मुख्य रूप से दो ही काम होते हैं-
1. लोगों से पैसे लेकर उसे सुरक्षित रखना और जरूरत पड़ने पर जमाकर्ता को पैसे देना.
2. जरूरतमंद और कर्ज वापस करने की काबिलियत रखने वाले लोगों को उचित ब्याज पर कर्ज देना.
नियमों की रीढ़ की हड्डी पर खड़े और पैसों को नस में नस भरे बैंक का इतिहास भी बड़ा दिलचस्प है. आप 500, 2000 और इतिहास के पन्ने में दर्ज 1000 के नकली नोटों को तो खूब पहचानते होंगे. पर क्या आप बैंकों के बारे में इन अनोखे पहलुओं को जानते हैं? पढ़िए बैंकों से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें-
1. विश्व का सबसे पहला बैंक
बेबीलोन, मिस्त्र और ग्रीस के लोग बैंकिंग से जुड़े थे. उस जमाने में मंदिरों में लोग अपने पैसे जमा रखते थे. गौरतलब है कि हिन्दुस्तान में लोग आज भी अपने निजी पैसों की सलामती के लिए मंदिर में पैसे रखते हैं. बस वापस मंदिर से पैसे वापस नहीं लेते, और पत्थर की मूरत के लिए लोहे की पेटी में धन दौलत भर जाते हैं.
पर मध्य काल में कर्ज लेना पाप के समान माना जाता था. इसलिए कुछ देशों ने बैंकों की स्थापना पर प्रतिबंध भी लगा दिया था.
2. बैंक शब्द की उत्पति
मध्य काल में कर्ज लेना गुनाह था. पर जिस पर पाबंदी हो वो न किया तो क्या किया? इटली के कुछ पैसे बदलने वालों ने अपना बिजनेस रास्तों पर ही चलाना शुरु कर दिया. ये लोग बेंच पर ही पैसे बदलने का कारोबार करते थे. इटालवी में बेंच को ‘बैंको’ कहा जाता है. और इसी ‘बैंको’ से बैंक शब्द आया है.
3. दुनिया का पहला बैंक
दुनिया के पहले आधुनिक बैंक, ‘बैंको डे रिआल्टो’ की स्थापना 16वीं शताब्दी में वेनिस में की गई. इस बैंक में चेक सिस्टम भी था.
4. हुंडी से होता था पैसों का आदान-प्रदान
भारत में बैंकों ने 18वीं शताब्दी के अंत में रूख किया. उससे पहले ‘हुंडी’ से पैसों का आदान-प्रदान किया जाता था. हुंडी एक तरह का महाजनी चेक या हैंड नोट है. यह एक ऐसा पत्र है जो कोई महाजन किसी से कुछ ऋण लेने के समय उसके प्रमाणस्वरूप ऋण देने वाले को लिखकर देता था जिस पर धन को ब्याज समेत चुकाने का समय लिखा होता था.
5. भारत में बैंकिंग की शुरुआत
भारत में बैंकिंग की शुरुआत 18वीं शताब्दी के अंत में सन् 1786 में ‘द जनरल बैंक ऑफ इंडिया’ की स्थापना के साथ हुई. 1790 में ‘बैंक ऑफ हिन्दुस्तान’ की स्थापना की गई. गौरतलब है की अब ये दोनों बैंक बंद हो चुके हैं.
6. भारतीयों का पहला बैंक
1895 में लाहौर में पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना की गई. क्रांतिकारी लाला लाजपत राय ने इस बैंक की स्थापना की थी. इस बैंक की बागडोर पूरी तरह से भारतीयों के हाथ में थी. विभाजन से पहले यह देश का पहला बैंक था, जिसे भारतीय ही चलाते थे. 122 साल पुराने इस बैंक में आज भी काम काज होता है.
7. आरबीआई की स्थापना
1935 में देश के केन्द्रीय बैंक के रूप में आरबीआई की स्थापना की गई. 1949 में आरबीआई का राष्ट्रीयकरण किया गया. सर जॉन ऑस्बॉर्न स्मिथ आरबीआई के पहले गवर्नर थे. 1943 में सी.डी.देशमुख कोआरबीआई के पहलाभारतीय गवर्नर बनाया गया था.
8. चलन में थे 5,000 और 10,000 के नोट
आज 2000 के नोटों को लेकर इतना शोर-शराबा है. एक तरफ तो लोग छुट्टे नहीं देतेऔर दूसरी तरफ चूरन वाले नोट भी छपने लगे हैं. पर 1954-1978 के बीच 5,000 और 10,000 के नोट भी चलन में थे. आप ऐसे नोटों को देश के संग्रहालयों में देख सकते हैं.
9. आरबीआई नहीं छापता 1 रुपए के नोट
आरबीआई 2,2,10,20,50,100,500,2000 के नोट छापता है पर 1 रुपए के नोट नहीं छापता. 1 रुपए के नोट वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए जाते हैं जिस पर फाइनेंस सेक्रटरी के हस्ताक्षर होते हैं. इसकी एक सामान्य वजह है कि 1 रुपए के नोट को 1 रुपए का सिक्का ही समझा जाता है. 1934 के आरबीआई ऐक्ट के तहत आरबीआई सिक्के जारी नहीं कर सकता. आपको किसी भी सिक्के पर आरबीआई का चिह्न नहीं दिखेगा.
10. हर नोट पर भारत की पहचान
अगर आपने कभी गौर किया होगा तो आपको हर नोट पर भारत की एक पहचान दिखेगी. भारत में आरबीआई द्वारा छापे गए हर नोट पर किसी ऐतिहासिक इमारत, या भारत की कोई जगह का चित्र छापा जाता है. मिसाल के तौर पर 500 के नए नोट पर लाल किला छपा है वहीं 20 रुपए के नोट पर अंडमान द्वीप की तस्वीर छापी गई है.
इस लेख को पढ़ने के बाद आपके बैंक खाते का बैलेंस तो नहीं, पर आपके ज्ञान के खाते का बैलेंस जरूर बढ़ गया होगा. और अगर आप भी उन खुशकिस्मतों में से हैं, जिन्होंने बैंक का अकाउंट नहीं खुलवाया है, तो जरा बदकिस्मती झेलकर बैंक का अकाउंट खुलवा लीजिए. फायदा आप ही का है.