महेंद्र सिंह धोनी सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा चर्चित भारतीय क्रिकेट कप्तानों में से एक हैं. धोनी ने बतौर कप्तान टीम इंडिया को शिखर तक पहुंचाया. सिर्फ इतना ही नहीं धोनी ने अपनी क्नतानी से कई नई प्रतिभाओं का भी खोज किया.
कई भारतीय खिलाड़ियों ने अपने सफलताता श्रेय धोनी को दिया है. विराट कोहली और क्रिकेटर रोहित शर्मा ने अपने सफल करियर का श्रेय पूर्व कप्तान एमएस धोनी को दिया है. रोहित का कहना है कि धोनी के ही एक फैसले ने उनके करियर को नई ऊंचाई दी है. वो आज टीम इंडिया में जिस पोजिशन पर हैं, धोनी की वजह से हैं.
विराट ने कहा कि वो धोनी के कारण ही टीम में खुद को साबित कर सके हैं. इतना ही नहीं धोनी और सहवाग ने टीम से बाहर हो रहे विराट कोहली को बचाया था.
जानिए धोनी ने बनाया किन क्रिकेटरों का करियर.
विराट कोहली, कप्तान
वनडे और टी20 का भी कप्तान बनने के बाद विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर का श्रेय एमएस धोनी को दिया. विराट ने कहा था कि धोनी ने उन्हें कई बार टीम से बाहर होने से बचाया. कई मौके दिए, जिससे उनका खेल बेहतर हो सके.
2011-12 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में फ्लॉप होने के बाद विराट पर सवाल उठने लगे थे. तब धोनी ने उन पर भरोसा करते हुए उन्हें टीम में बरकरार रखा था.
इस बारे में वीरेंद्र सहवाग ने भी खुलासा करते हुए कहा था, ‘2012 में पर्थ टेस्ट में सिलेक्टर्स रोहित को टीम में चाहते थे. तब धोनी कप्तान और मैं उप-कप्तान था. हमने विराट को टीम में लेने का फैसला लिया और उसके बाद जो हुआ वो सभी जानते हैं.’
आर. अश्विन, ऑलराउंडर
टीम इंडिया को इतना बेहतरीन स्पिनर देने का श्रेय एमएस धोनी को ही जाता है, जिन्होंने अश्विन को लगातार मौके दिए. तमिलनाडु के लिए कई रणजी सीजन खेलने के बावजूद अश्विन 2010 में आईपीएल की परफॉर्मेंस के बाद लाइमलाइट में आए थे.
ये धोनी ही थे जिन्होंने आईपाएल में उन्हें लगाकार मौके दिए. इसके बाद ही अश्विन ने पहले वनडे और फिर टेस्ट डेब्यू किया था. आज अश्विन स्पिनर से ऑलराउंडर बन चुके हैं और इंडिया के मैच विनर खिलाड़ी हैं.
रवींद्र जडेजा, ऑलराउंडर
अश्विन की तरह ही जडेजा को बेहतर बनाने का काम भी धोनी ने ही किया. 2013 से जडेजा चर्चा में आए. धोनी ने उन्हें लगातार मौके दिए और उस साल वो वनडे में भारत के लीडिंग विकेटटेकर बॉलर रहे.
जबकि, 2009 से वनडे खेल रहे जडेजा का इससे पहले एवरेज 38 का था. आज उनका एवरेज 34 का है. 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गावसकर-बॉर्डर ट्रॉफी में जडेजा टीम के न्यू मेंबर थे. उन्होंने सीरीज में 24 विकेट लिए थे.
सुरेश रैना, ऑलराउंडर
सुरेश रैना और एमएस धोनी के बीच स्ट्रॉन्ग बॉन्डिंग है. दोनों टीम इंडिया के अलावा आईपाएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स से भी 8 साल तक साथ खेले. धोनी ने रैना को नंबर 3 पर बैटिंग करने के कई मौके दिए. हालांकि, रैना खुद को यहां साबित नहीं कर सके.
धोनी की गैरमौजूदगी में शुरुआत में रैना ने कई सीरीज में कप्तानी भी की. यहां तक की धोनी ने टेस्ट से रिटायरमेंट के बाद अपनी टेस्ट जर्सी भी रैना को ही दी थी.
रोहित शर्मा, बैट्समैन
रोहित शर्मा का कहना है कि एमएस धोनी के एक डिसीजन ने उनका करियर ही बदल दिया. टीम इंडिया के ओपनर रोहित के अनुसार, वो धोनी ही थे जिन्होंने उन्हें ओपनिंग करने के लिए कहा. गौरतलब है कि रोहित ने 2007 में वनडे डेब्यू किया था और शुरुआत में वो नंबर 6 और 7 पर बैटिंग करने आते थे.
2013 से उन्होंने ओपनिंग करना शुरू किया और इसी साल नवंबर में वनडे में डबल सेन्चुरी लगाने का कारनामा किया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित ने 209 रन बनाए थे. अब वो टीम इंडिया के बेहतरीन ओपनर हैं.
मोहम्मद शमी, बॉलर
2016 में भारत में हुए टी20 वर्ल्ड की टीम इंडिया में मोहम्मद शमी के सिलेक्शन पर सवाल उठे थे क्योंकि शमी चोटिल थे और 2015 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से कोई मैच नहीं खेले थे. लेकिन ये धोनी का भरोसा था कि शमी का टीम में होना बॉलिंग को मजबूती देगा.
शमी कह चुके हैं कि धोनी से उनका पिता-बेटे जैसा रिलेशनशिप है. पहली बार टीम में आने पर धोनी ने उन्हें माहौल में ढलने और तालमेल बैठाने में सबसे ज्यादा हेल्प की थी.