कटरीना कैफ और रणबीर कपूर कुछ वर्षों तक लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद अलग हो चुके हैं. इस रिश्ते के टूटने को लेकर रणबीर कपूर ने अभी कुछ कुछ बातें कही हैं, जिससे कटरीना कैफ बहुत नाराज हैं. फिर भी कटरीना कैफ ने चुप्पी साध रखी है. वह रणबीर कपूर को लेकर कोई बात नहीं करना चाहतीं.

मगर जब हमारी मुलाकात कटरीना कैफ से हुई, तो हमने रणबीर कपूर का नाम लिए बगैर उनसे सवाल किया कि किसी भी रिश्ते को बरकरार रखने के लिए कितनी और किस तरह की कोशिशें की जानी चाहिए?

इस सवाल पर कटरीना ने कहा- ‘‘मेरे हिसाब से अगर आप काम पर जाते हैं और अपने काम पर ध्यान नहीं देते हैं, तो आपका बॉस आपको काम से निकाल देता है या आपको डांटता है या आपको काम पर ध्यान देने की चेतावनी देता है. मेरे हिसाब से हर रिश्ते के साथ भी यही नियम लागू होता है. अगर आप किसी के संग रिश्ते में हैं और आप सिर्फ अपने काम पर ध्यान देंगे, अपनी प्रेमिका को प्यार नहीं देंगे, उस पर ध्यान नही देंगे, उस रिश्ते को महत्त्व नहीं देंगे, तो क्या होगा.. आपका यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक पाएगा.’’

कटरीना कैफ ने आगे कहा- ‘‘हम अक्सर देखते हैं कि जब आपके सामने कोई समस्या आ जाती है, तो लोग भाग खड़े होते हैं. रिश्ते में हैं, या प्यार में हैं, उस पर सोचते ही नहीं हैं, समस्या आते ही भाग खड़े होते हैं. ऐसे लोग अपने परिवार पर आयी समस्या से भी पलायन कर जाते हैं. ऐसे लोग सोचते हैं कि हमें यह समस्या नहीं चाहिए, हम भाग जाते हैं, कोई और मिल जाएगा.

मेरे हिसाब से यह एटीट्यूड सही नहीं है. मेरे लिए इंसानी रिश्ते बहुत मायने रखते हैं. कीमती होते हैं. मेरे लिए हर रिश्ता बहुमूल्य होता है.

देखिए,जब हम शादी करते हैं, तो एक बंधन हो जाता है. शादी के मंडप के नीचे हम एक दूसरे के साथ सुख दुःख,अच्छे व बुरे वक्त सहित हर मौके पर एक साथ रहने का संकल्प लेते हैं. ऐसा ही होना चाहिए. लेकिन आज की पीढ़ी इसे भूलकर पलायनवाद का रास्ता अख्तियार कर रही है. यह गलत है.’’

अब कटरीना कैफ ने जो कुछ कहा वह उनके अंतर्मन की आवाज थी या..पता नहीं..? कहीं वह रणबीर कपूर को तो  पलयानवादी नहीं बताना चाहती..?

बहरहाल,वैसे कटरीना कैफ ने नौ सिंतबर को प्रदर्शित हो रही नित्या शर्मा निर्देशित फिल्म ‘‘बार बार देखो’’ में एक दिल्ली निवासी आउट स्पोकन, मध्यमवर्गीय लड़की दिया का किरदार निभाया है. जबकि इस फिल्म में दिया के बचपन के दोस्त जय के किरदार में सिद्धार्थ मल्होत्रा हैं. जय और दिया के बीच प्यार भी है. मगर जय का सारा फोकस अपने करियर पर है. स्वाभाविक तौर पर जब एक के लिए करियर और दूसरे के लिए परिवार अहमियत रखता है,तो समस्या होनी ही है.

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