भारत-वेस्ट इंडीज के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज भारत ने 2-0 से जीत ली. सीरीज का पहला और तीसरा मैच भारत ने जीता, जबकि दूसरा और चौथा मैच ड्रॉ रहा. इस सीरीज में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने कई बड़े मुकाम हासिल किए. कई ऐसी बातें हुईं, जो पहले कभी नहीं हुई थीं. हालांकि, आखिरी मैच ड्रॉ हो जाने की वजह से भारत के हाथ से नंबर वन टेस्ट रैंकिंग छिन गई और पाकिस्तान नंबर एक टेस्ट टीम बन गई.

 कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने रचा इतिहास…

– विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने इस सीरीज में दो टेस्ट जीतकर नया इतिहास लिखा. भारतीय टीम ने पहला टेस्ट इनिंग और 92 रन से जीता था, जबकि दूसरा मैच ड्रॉ रहा था.

– तीसरा टेस्ट भारत ने 237 रन से जीतकर सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली. वहीं, चौथा मैच ड्रॉ रहा.

– ये पहला मौका था जब भारत ने वेस्ट इंडीज की धरती पर किसी सीरीज में दो टेस्ट मैच जीते. इससे पहले तक भारतीय टीम कभी भी वहां किसी सीरीज में एक से ज्यादा टेस्ट मैच नहीं जीत सकी थी.

– 1953 में इंडियन टीम पहली बार इंडीज के दौरे पर गई थी और बीते 63 सालों भारत को कभी वहां दो टेस्ट में जीत नहीं मिली. भारत ने इसके साथ ही वेस्ट इंडीज में सीरीज जीत की हैट्रिक भी लगा दी.

– भारत ने वेस्ट इंडीज में पिछली दो सीरीज 1-0 के अंतर से जीती थी.

विराट ने अपने नाम किए कई रिकॉर्ड

– विराट कोहली वेस्ट इंडीज में करियर की पहली इनिंग में ही 50 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले पहले इंडियन कैप्टन बने.

– कोहली ने पहले टेस्ट मैच की पहली इनिंग में टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन पूरे किए.

– इंडियन कैप्टन ने पहले टेस्ट में डबल सेन्चुरी लगाई, जो किसी भी फॉर्मेट में उनके करियर की पहली डबल सेन्चुरी रही.

– विदेशी धरती पर डबल सेन्चुरी लगाने वाले पहले इंडियन कैप्टन बने विराट. इससे पहले अजहर ने बतौर कप्तान विदेश में बनाए थे 192 रन.

– 200 रन बनाने वाले भारत के 5th टेस्ट कैप्टन बने.

– उनसे पहले नवाब पटौदी, गावसकर, सचिन और धोनी ऐसा कर चुके हैं. लेकिन इन सबने ये डबल इंडिया में बनाया था.

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