पंकज उधास की गजल ‘शराब चीज ही ऐसी है न छोड़ी जाए, ये मेरे यार के जैसी है न छोड़ी जाए…’ हर उस शराब पीने वाले पर लागू होती है, जो नशे के आगे अपना सबकुछ कुरबान कर बैठता है और जब तक संभलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. शराब की वजह से कैरियर और जिंदगी की बरबादी फिल्म इंडस्ट्री में तो कुछ ज्यादा ही देखने को मिलती है. पुराने कलाकारों की अगर बात करें तो ओ पी नैय्यर, के एल सहगल, भगवान दादा, राजेश खन्ना, मीना कुमारी, दिव्या भारती जैसे कई ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने शराब के कारण न सिर्फ अपना कैरियर दांव पर लगाया, बल्कि अपनी जान की बाजी भी लगा दी.

आज भी बौलीवुड में कई ऐसे सितारे हैं, जिन्होंने शराब की लत के कारण अपना कैरियर और जिंदगी चौपट कर दी, प्रस्तुत हैं, ऐसे ही कुछ नशे की लत के शिकार कलाकारों की कहानी उन्हीं की जबानी…

धर्मेंद्र

मैं 15 साल की उम्र से शराब पी रहा था. लिहाजा, शराब की लत मुझे बचपन से ही लग गई थी, लेकिन शराब कभी इतनी नहीं पी थी कि वह मेरे सिर चढ़ कर बोले. एक समय के बाद जब मेरा कैरियर कामयाबी के शिखर पर था, उस वक्त मेरी शराब पीने की आदत कुछ ज्यादा ही बढ़ गई, जिस वजह से मेरा दिमाग भी गरम रहने लगा. मुझे छोटीछोटी बात पर गुस्सा आ जाता था, जिस का असर मेरे कैरियर पर भी पड़ा. उस के बाद घर वालों के प्यार और सपोर्ट के चलते मैं ने शराब पर काफी हद तक काबू पा लिया और अब तो मैं बहुत कम शराब पीता हूं, क्योंकि पूरी तरह से छोड़ना बहुत मुश्किल है.

संजय दत्त

मुझे शराब से भी ज्यादा ड्रग्स लेने की लत लग गई थी. छोटी उम्र में मां का प्यार, पिता का दुलार, इतनी प्रसिद्धि और पैसे ने मुझे बिगड़ैल बच्चा बना दिया था, जिस कारण मुझे बचपन से ही ड्रग्स की लत लग गई. 22 साल की उम्र में मेरी पहली फिल्म ‘रौकी’ हिट हो गई. उस के बाद ‘विधाता’ आई, वह भी हिट हुई. लिहाजा, सफलता के चलते मेरी ड्रग्स की आदत और ज्यादा बढ़ गई. नशा वास्तव में बहुत बुरा होता है, अगर एक बार इस की लत लग जाए फिर किसी तरह नहीं छूटती. ऐसे में अगर आप अच्छे इंसान भी हों तो भी यह ड्रग्स की आदत आप को बुरे की कैटेगरी में खड़ा कर देती है. फिल्मों की सफलता और जवानी के जोश में मेरी नशे की आदत इतनी बढ़ गई कि मेरे पिता सुनील दत्त को मुझे अमेरिका के नशामुक्ति केंद्र में भेजना पड़ा ताकि मैं ड्रग्स की लत छोड़ सकूं. उस के 3 साल बाद मैं नौर्मल जिंदगी में वापस आ पाया.

मनीषा कोइराला

मैं ने 1991 में ‘सौदागर’ फिल्म से अपने कैरियर की शुरुआत की थी. उस के बाद कई फिल्मों में सफलता हासिल की और मेरा अभिनय कैरियर भी अच्छाखासा चल रहा था कि अचानक मुझे शराब पीने का शौक चढ़ा. बाद में मेरा यही शौक लत बन गया, जिस के बाद मैं काफी शराब पीने लगी. उस का असर मेरे कैरियर पर भी पड़ा. अभी मैं शराब के नशे से छुटकारा पाना ही चाहती थी कि मेरी पर्सनल लाइफ में भी उथलपुथल शुरू हो गई. मेरी शादी टूट गई, उस के बाद मुझे कैंसर हो गया, लेकिन अब मैं शराब और कैंसर दोनों से छुटकारा पा चुकी हूं और फिर से अभिनय के मैदान में उतर रही हूं.

सलमान खान

मुझे भी शराब की लत थी. मेरा मानना है कि शराब पीना बुरा नहीं है, लेकिन शराब में डूबना बुरा है, क्योंकि जब आप अधिक पीने लगते हैं, तो आप का खुद पर से कंट्रोल हट जाता है और आप कई गलत हरकतें कर बैठते हैं, जो आप की जिंदगी के लिए जी का जंजाल बन जाती हैं. ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हुआ. पिछले कुछ सालों में मुझ पर शराब का नशा कुछ ऐसा चढ़ा कि मैं सबकुछ खो बैठा था. गुस्सा मेरे अंदर इतना बढ़ गया था कि मैं छोटीछोटी बातों पर भी भड़क जाता था, लेकिन कुछ समय बाद मैं ने घर वालों के प्यार की बदौलत शराब पर काफी हद तक काबू पा लिया और मैं पहले वाला सीधासादा सलमान बन गया.

हनी सिह

हिंदुस्तान के रैप और फिल्मी गायक हनी सिंह भी पिछले डेढ़ दो साल से गायब थे, जिस की वजह हनी सिंह ने अपनी असहाय बीमारी बायपौलर डिसऔर्डर बताई, जिस के चलते वे डिप्रैशन में चले गए थे और इस डिप्रैशन से निकलने के लिए हनी सिंह ने शराब पीनी शुरू कर दी थी. जिस की वजह से उन की मानसिक स्थिति खराब हो गई थी और वे गाना गाने लायक भी नहीं रहे. लिहाजा, उन्होंने अपनी बीमारी का ठीक से इलाज करवाया और शराब से भी नजात पाई. अब एक बार फिर वे संगीत के क्षेत्र में सक्रिय हैं.

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