भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर अपना दम दिखाया है. वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन शानदार शतक जड़ने के बाद विराट ने अब दूसरे दिन तेज अंदाज में खेलते हुए अपने टेस्ट कॅरियर का पहला दोहरा शतक पूरा किया.
बहुत हुए शतक, ये लो 200
विराट ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कॅरियर में कई बड़े शतक जड़े हैं लेकिन ये उनके क्रिकेट कॅरियर में पहली बार हुआ है जब वो 200 के आंकड़े को छूने में सफल रहे.
विराट ने 281 गेंदों पर कॅरियर का पहला दोहरा शतक जड़कर इतिहास रचा. इस दौरान विराट ने 24 चौके जड़े. इसके बाद वो 283 गेंदें खेलकर 200 के आंकड़े पर गैब्रियाल की गेंद पर बोल्ड हो गए.
आपको बता दें कि सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं बल्कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट को मिलाकर भी ये उनकी पहली डबल सेंचुरी है. इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रथम श्रेणी क्रिकेट स्कोर 197 रन था.
ऐसा करने वाले पहले कप्तान बने
विराट कोहली पहले ऐसे भारतीय टेस्ट कप्तान बन गए हैं जिन्होंने विदेशी धरती पर टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा है. विराट से पहले किसी भी भारतीय टेस्ट कप्तान ने विदेशी सरजमीं पर टेस्ट मैच में दोहरा शतक नहीं लगाया था.
अपने सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड को भी तोड़ा
यही नहीं, इसके बाद विराट ने 169 का आंकड़ा भी पार कर लिया है. गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट में विराट का सर्वाधिक स्कोर दिसंबर 2014 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था. विराट ने उस मैच में 169 रनों की पारी खेली थी और आज वो उससे भी आगे निकल गए हैं.
3000 भी पूरे किए थे
पहले दिन विराट कोहली ने शानदार अंदाज में पहले शिखर धवन के साथ पारी को संभाला और बेहतरीन साझेदारी को अंजाम दिया जबकि धवन के आउट हो जाने के बाद भी उन्होंने हौसला नहीं खोया और वेस्टइंडीज की जमीन पर अपना पहला शतक जड़ा था.
वहीं, पहले दिन आते ही भारतीय कप्तान ने एक और कीर्तिमान हासिल कर लिया था. विराट ने अपनी पारी की सातवीं गेंद पर चौका जड़कर टेस्ट क्रिकेट में 3000 रन पूरे कर लिए. ये विराट के कॅरियर का 42वां टेस्ट मैच है.
कुछ खास रिकॉर्ड
विदेश में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान
अपने टेस्ट कॅरियर का पहला दोहरा शतक लगाया
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी पहली बार जमाया दोहरा सैकड़ा
वेस्टइंडीज में दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे विदेशी कप्तान
51 साल बाद वेस्टइंडीज में दोहरा शतक जड़ने वाले विदेशी कप्तान
भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया. भारतीय पारी के दौरान इस मैच में एक ऐसा वाकया देखने के मिला जो विश्व क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले सिर्फ एक ही बार हुआ है.
आखिर क्या हुआ ऐसा
पहली पारी में भारतीय टीम की बल्लेबाजी के दौरान भारत की तरफ से दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे और सातवें विकेट के लिए 50 से ज्यादा रन की साझेदारी हुई.
इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा सिर्फ एक ही बार हुआ है. वर्ष 2008 में भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो में खेले गए टेस्ट मैच में ऐसा वाकया देखने को मिला था.
पहली पारी में ऐसी रही भारतीय बल्लेबाजों की साझेदारी
दूसरे विकेट के लिए पुजारा और धवन के बीच 60 रन की साझेदारी हुई. तीसरे विकेट के लिए धवन और कोहली के बीच 105 रन की साझेदारी हुई. चौथे विकेट के लिए रहाणे और कोहली के बीच 57 रन की साझेदारी हुई.
पांचवें विकेट के लिए कोहली और अश्विन के बीच 168 रन की साझेदारी हुई. छठे विकेट के लिए साहा और अश्विन के बीच 71 रन की साझेदारी हुई. सातवें विकेट के लिए अश्विन और अमित मिश्रा के बीच 51 रन की साझेदारी हुई.