उस दिन मैं अनन्या की कायल हो गई जब उसने कहा कि ये मेरी जिंदगी है जो मैनें खुद बनाई है... मेरी जिंदगी मेरी तकदीर मैंने खुद लिखी है. क्योंकि मुझे ऐसा लगता है ये वो लड़की है जिसने बेइज्जती सही लोगों के ताने सहे साथ ही  जौब के लिए परेशान हुई लेकिन आखिरकार उसने वो हांसिल किया जो पाना चाहती थी और उसकी जिंदगी में उसने ये पाने के लिए जो मेहनत की है मैं उसे समझ सकती हूं. ये बात तब की है जब अनन्या स्कूल में थी उसका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था उसके पापा टीचर थे लेकिन फिर भी उसे पढ़ाई में ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी.

ये भी पढ़ें- तीसरा भाग: वो लौट कर आएगा

उसके कुछ दोस्त थे जिनसे हमेशा उसके नंबर कम आते थे और उसे बुरा लगता था कि मेरे नंबर कम आते हैं.अनन्या जिस स्कूल में थी वहां उसके पापा पहले टीचर रह चुके थे इसलिए अनन्या को औऱ भी बुरा लगता था क्योंकि सारे टीचर कहते थे कि तुम्हारे पापा टीचर हैं और तुम एक दम गधी. क्लास में भी कई बार उसे शर्मिंदा होना पड़ता था.

अब अनन्या की जिंदगी का दूसरा पड़ाव शुरु होने वाला था उसकी स्कूलिंग खत्म हो गई औऱ उसने ग्रेजुएशन के लिए कई फार्म भरे अनन्या ने अब ठान लिया था कि उसे अब कुछ करना है और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना है ताकि वो सबके मुंह बंद कर सके.उसने खूब मेहनत की और एक बढ़िया से कॉलेज में एडमिशन हुआ. अनन्या के कुछ रिश्तेदार थे जो उसे बिल्कुल ही गवार औऱ पागल समझते थे अनन्या के मुंह पर ही उसे गवार औऱ पागल कह दिया करते थे.अनन्या बहुत सीधी थी वो बस हंस कर चली जाती थी.लेकिन धीरे-धीरे वक्त बीतता गया और अनन्या ने ठान लिया कि अब उसे बाहर जाकर पढ़ाई करनी होगी क्योंकि बिना  बाहर गये इस शहर में कुछ भी नहीं होगा और वक्त बीतने लगा अनन्या ने मेहनत तो खूब की थी और उसने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए बाहर जाने का रास्ता निकाला और बाहर के एक कॉलेज की इंटरेन्स इग्ज़ाम क्लियर किया और फाइनली वो बाहर गयी लोगों ने फिर भी उसका मजाक उड़ाया कि बाहर जाकर क्या करेगी पढ़ाई करके वापस घर आकर घर बैठेगी लेकिन उन्हें शायद ये नहीं पता था कि अनन्या कुछ बहुत बड़ा करने वाली है.अनन्या को पढ़ाई करते वक्त ही कौलेज में प्लेसमेंट मिला लेकिन इससे पहले भी वो जौब के लिए बहुत परेशान हुआ करती थी.... लेकिन प्लेसमेंट के बाद एक दिन विदेश चली गई वहां की एक बहुत बड़ी कंपनी में उसे जॉब मिली धीरे-धीरे वो सोशल मीडिया पर एक्टिव होने लगी थी इसलिए सभी जान गए की वो कहां है औऱ क्या कर रही है....

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...