रितिक रोशन के करियर में एक खास बात यह है कि रितिक रोशन के अभिनय से सजी उन्हीं फिल्मों ने हमेशा बॉक्स आफिस पर सफलता के रिकार्ड तोड़े हैं, जिन फिल्मों को उनके पिता राकेश रोशन ने निर्देशित किया. ‘जोधा अकबर’, ‘लक बाय चांस’, ‘काइट्स’,‘मोहन जो दाड़ो’ जैसी बुरी तरह से असफल फिल्मों का निर्देशन राकेश रोशन की बजाय अन्य निर्देशकों ने किया है. मगर जब से राकेश रोशन ने घोषणा की है कि उनके द्वारा निर्मित और संजय गुप्ता निर्देशित फिल्म ‘काबिल’ बॉक्स ऑफिस पर तीन सौ करोड़ का व्यापार करेगी, तब से बौलीवुड से जुड़े लोगों के मन में कई तरह के विचार आ रहे हैं? कुछ लोग तो सवाल करने लगे थे कि आखिर फिल्म ‘काबिल’ का असली निर्देशक है कौन?

लोगों के जेहन में उभर रहे इन सवालों का जवाब अंततः खुद राकेश रोशन ने ही दे दिया. मुंबई के एक अंग्रेजी दैनिक से बात करते हुए राकेश रोशन ने रितिक रोशन की असफल फिल्म ‘काइट्स’ की चर्चा करते हुए कहा, ‘‘फिल्म ‘काइट्स’ का निर्माण मैने किया था. जिसमें रितिक रोशन ने अभिनय किया था. मगर इस फिल्म के निर्देशक अनुराग बसु थे. मैंने आधी फिल्म बनने के बाद ही मान लिया था कि यह फिल्म असफल होगी. फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद मैंने रितिक से भी कह दिया था कि फिल्म असफल होगी. इसकी मूल वजह यह है कि मुझे फिल्मों की समझ है. मैं हमेशा अपनी फिल्म के निर्देशक को बताता रहता हूं कि उसे क्या करना है. मगर फिल्म ‘काइट्स’ के निर्देशक अनुराग बसु और उनकी सहायकों की टीम मेरी सलाह के विपरीत काम कर रही थी. फिल्म के आधी बनने के बाद उसे बीच में रोकना उचित नहीं था. इसलिए मैंने सोचा कि अनुराग जो करना चाहते हैं, उन्हें करने दिया जाना चाहिए. पर हमें पता था कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चलेगी. और वही हुआ था.’’

इसी इंटरव्यू में फिल्म ‘काबिल’ की चर्चा करते हुए राकेश रोशन ने बता दिया कि ‘काबिल’ का असली निर्देशक कौन है? खुद राकेश रोशन ने कहा है, ‘‘फिल्म ‘काबिल’ के निर्देशक संजय गुप्ता हैं. मगर इस फिल्म में मैंने उनके तकनीकी ज्ञान और संजय गुप्ता ने मेरे अनुभव व मेरे इमोशन का उपयोग किया है.‘काबिल’ में मेरे इमोशन हैं. उन्होंने मेरे अनुभव व मेरे इमोशन का उपयोग किया. मैं अपने निर्देशक को पूरी छूट देता हूं, पर बर्बादी बर्दाश्त नहीं करता. संजय गुप्ता दिन में जिस दृश्य को फिल्माते थे, उसकी फुटेज मेरे पास भेजते थे. मैं तुरंत एडीटिंग रूम में जाकर उस फुटेज को देखता था. यदि मुझे ठीक लगता, तो उन्हें आगे बढ़ने के लिए कहता था अन्यथा उसमे जो कमी होती थी, उसे बदलकर ठीक करने के लिए कहता था. संजय गुप्ता पूरी तरह से मेरे हर निर्देश का का पालन करते रहे. मैंने जब भी उनसे बदलाव करने के लिए कहा, संजय गुप्ता ने वह बदलाव किए. इतना ही नहीं पटकथा का हर बिंदु भी मैंने व संजय गुप्ता ने बैठकर तय किया. संजय गुप्ता के तकनीकी ज्ञान और मेरे इमोशन के मिश्रण से यह फिल्म अच्छी बनी है. मैंने संजय गुप्ता को ऑस्कर अवार्ड विजेता साउंड इंजीनियर रेसुल पुकुटी के अलावा ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘डर्टी पिक्चर्स’ जैसी फिल्मों के बेहतरीन कैमरामैन सुदीप चटर्जी जैसे अति अनुभवी व बेहतरीन तकनीशियन की सेवाएं भी दी. इसलिए ‘काबिल’ बॉक्स ऑफिस पर रिकार्ड तोड़ेगी.’’

अब फिल्म ‘काबिल’ का बॉक्स ऑफिस पर क्या हश्र होगा, यह तो 25 जनवरी के बाद ही पता चलेगा, लेकिन राकेश रोशन ने सब कुछ खुद ही बयां कर दिया है, तो अब पाठक खुद ही समझ लें कि ‘काबिल’ का असली निर्देशक कौन है?

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