दुनिया के जाने माने भौतिक विज्ञानी स्टीफन हौकिंग ने निकट भविष्य में ‘सुपरह्यूमंस' के कारण इंसानियत को बड़े खतरे के प्रति आगाह किया था. स्टीफन हौकिंग का एक लेख उनके निधन के बाद सामने आया है जिसमें जेनेटिक इंजीनियरिंग से निकट भविष्य के सबसे बड़े संकट का अंदेशा जताया गया है.

‘ए ब्रीफ हिस्ट्री औफ टाइम' के ब्रिटिश लेखक स्टीफन हौकिंग ने अपने अंतिम लेख संग्रह में सुपरह्यूमंस के खतरे का जिक्र किया है. हौकिंग का मानना है कि ईश्वर की कृति के साथ मानवीय छेड़खानी भले ही कुछ समय के लिए भौतिक जगत में चीजों को सुधार दे या काम के लायक बना ले लेकिन भविष्य में इसका इंसानियत के तौर पर बड़ा बुरा प्रभाव पड़ेगा. इनको हौकिंग के निधन के करीब एक सप्ताह बार पुस्तक में शामिल किया गया.

‘द बिग क्वेश्चन' में उठाए सवाल

स्टीफन ने ‘द बिग क्वेश्चन' शीर्षक से इन लेखों में गंभीर सवाल उठाया है. इन लेखों का एक संकलन मंगलवार को प्रकाशित होगा. इसमें स्टीफन ने कहा कि जेनेटिक इंजीनियरिंग के जरिए भविष्य में ऐसे मानव अंग या पूरे मानव शरीव विकसित किए जाएंगे जिनमें डीएनए, बुद्धि, स्वभाव और व्यवहार हर चीज को इंसान नियंत्रित करेगा.

मुश्किलों का सामना कठिन होगा

स्टीफन ने लिखा कि एक वक्त आएगा जब सुपरह्यूमंस की तादाद इतनी बढ़ जाएगी की समाज में राजनीतिक संकट खड़ा हो जाएगा. ऐसे में सुधार किए गए यह अधूरे मानव इन मुश्किलों का सामना करने में सक्षम नहीं होंगे. हालात ऐसे भी हो सकते हैं कि सब संकट के बीच यह सुपरह्यूमंस नष्ट हो जाएंगे, इनका वजूद नहीं बचेगा.

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