प्राची ने मां से सवाल किया कि स्त्रियां स्वयं को हीन क्यों बना लेती हैं? फिर आगे कहा कि जीवन में आई हर विपदा को अपने क्रूर ग्रहों का कारण मान कर सदा कलपते रहना उचित तो नहीं है.