जिन बेटियों के सपनों को पूरा करने के लिए सुकांत सिर से पैर तक कर्ज में डूब गए, आखिर क्यों वही बेटियां उन्हें उन की मुश्किलों के साथ छोड़ कर अपनी जिंदगी बसाने चली गईं.