गाड़ी से उतार कर मोहिनी और नरेंद्र को अंदर लाया गया. नरेंद्र के पीछे धीमेधीमे चलती मोहिनी की आंखें इधरउधर नरेंद्र की मां को खोज रही थीं, किंतु वे कहीं दिखाई न दीं.