बिट्टू : अनिता को अपने फैसले पर क्यों हो रहा था पछतावा?
इधर बिट्टू मां का प्यार पाने को तरस रहा था, उधर अनिता चाह कर भी बिट्टू को अपना प्यार नहीं दे पा रही थी. सो, बिट्टू था कि हर रोज एक नया बखेड़ा खड़ा कर देता था. पढि़ए, रीता अवस्थी की लिखी यह कहानी.