रियो ओलंपिक में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर तोहफे में मिली बीएमडब्ल्यू कार लौटाने वाली है. दीपा करमाकर ने रियो ओलंपिक में इतिहास रचा था जब वे ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट बनी थीं. वे मामूली अंतर से कांस्य पदक चूकी और उन्हें चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा था.

दीपा को इस शानदार प्रदर्शन पर हैदराबाद जिला बैडमिंटन संगठन के अध्यक्ष वी. चामुंडेश्वरनाथ की तरफ से भारत के पदक विजेता खिलाडि़यों पीवी सिंधु, साक्षी मलिक और सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद के साथ बीएमडब्ल्यू कार प्रदान की गई थी. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के हाथों उन्हें यह कार प्रदान की गई थी.

दीपा के परिजनों से ज्ञात हुआ कि दीपा इस तोहफे को लौटाना चाहती है क्योंकि इतनी महंगी कार को मैंटेन करना उनके लिए आसान नहीं है. उनका परिवार अगरतला में एक छोटे शहर में रहता है जहां उनके लिए इसे चला पाना भी मुश्किल है.

दीपा इस समय नवंबर में जर्मनी में होने वाले एक्सपोजर टूर और चैलेंजर्स कप में हिस्सेदारी को लेकर चल रही अनिश्चितता को लेकर परेशान है. जिम्नास्टिक्स महासंघ ने दीपा के कोच बिश्वेश्वर नंदी को सूचित किया है कि यदि भारत की छह सदस्यीय टीम चैलेंजर्स कप में भाग लेगा तो ही दीपा को उसमें खेलने दिया जाऐगा. नंदी ने कहा कि स्पर्धा में हिस्सेदारी के लिए हमारी कम से कम तीन सदस्यीय टीम को हिस्सा लेना होगा.

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