Government Jobs : भजभज मंडली सरकार छात्रों से चाहती है कि वे नौकरी की चिंता किए बिना तपस्या किए जाएं. पुराणों में इस तरह के तमाम उदाहरण हैं जिन में सैकड़ों साल बाद भी तपस्या का फल नहीं मिलता है.
आज देश में सरकारी नौकरी पाने के लिए छात्रों को आवेदनपत्र भरने से ले कर परीक्षा देने, रिजल्ट आने और नौकरी पाने तक 6 माह से 6 साल तक का समय लग जाता है. इस तरह सरकारी व्यवस्था छात्रों की जिंदगी के 6 साल बरबाद कर देती है. मौजूदा सरकार दरअसल युवाओं को नौकरी देने में पौराणिक व्यवस्था की याद दिला रही है. पौराणिक युग में तपस्या का फल सैकड़ोंहजारों साल बाद भी नहीं मिलता था. पुराणों में इस तरह के उदाहरण मौजूद हैं. पार्वती ने शिव को पाने के लिए 12 हजार साल तक तपस्या की. पुराणों में पार्वती की तपस्या को सब से कठिन बताया गया है.
‘अस तपु काहुं न कीन्ह भवानी, भए अनेक धीर मुनि ग्यानी’. तुलसीदास की रामचरितमानस की एक चौपाई की इन पंक्तियों का मतलब यह है कि पार्वती ने दूसरे तपस्वियों से कठिन तपस्या की थी. शिव व पार्वती की कहानी इस पूरे संसार की सब से कठिन तपस्या का रूप पेश करती है.
पार्वती ने शिव को पति के रूप में पाने के लिए बहुत मेहनत की. कई कथावाचक इस कहानी के जरिए युवाओं और महिलाओं को सम?ाते हैं कि आज के समय में लोग एक महीने तक भी इंतजार नहीं करते. पार्वती की तपस्या में कोई ज्ञान पाना नहीं था, पढ़ना नहीं था, कोई परीक्षा नहीं देनी थी, कोई हुनर नहीं पाना था लेकिन हमारा आज का समाज पार्वती के गुणगान गाता है और युवाओं को परीक्षाओं में झोंकता है.
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