वर्तमान दौर में कैरियर में सफलता पाने के लिए दमदार पर्सनैलिटी का होना बहुत जरूरी है. अच्छी स्माइल और सलीके से की गई बातचीत हर कमी को पूरा करती है. आज युवाओं को कम उम्र में ही कैरियर बनाने के मौके मिलते हैं इसलिए अपनी पर्सनैलिटी दमदार बनाने की कोशिश करें.
पर्सनैलिटी वह नहीं होती जो बाहर से दिखती है और पर्सनैलिटी वह भी नहीं होती जो आत्मविश्वास के रूप में झलकती है. दमदार पर्सनैलिटी वह होती है जो इनर और आउटर दोनों में अपना असर छोड़ सके.
आज के इस दौर में ऐसी ही दमदार पर्सनैलिटी की जरूरत है. कई बार तो देखने में पर्सनैलिटी बहुत अच्छी दिखती है लेकिन इस के बाद भी इंसान के अंदर ठोस आत्मविश्वास नहीं दिखता. कई बार आत्मविश्वास तो होता है पर पर्सनैलिटी उस को सूट नहीं कर रही होती है.
इंसान की इनर और आउटर पर्सनैलिटी में जब समानता और एकरूपता नजर आती है तो उस को परफैक्ट या दमदार पर्सनैलिटी कहा जाता है. कई बार हमें ऐसे लोग दिखते हैं, जिन का ड्रैससैंस बहुत अच्छा होता है लेकिन जब वे बातचीत करते हैं तो लगता है कि पर्सनैलिटी में कहीं कुछ मिसमैच हो रहा है.
कई बार लोग देखने में कतई प्रभावित नहीं करते पर जब वह अपनी बात सामने रखते हैं तो लगता है कि उन में आत्मविश्वास है. देखने वाला खुद महसूस करता है कि यदि ये थोड़ी अपनी आउटर पर्सनैलिटी को निखार लें तो दमदार हो सकते हैं. ऐसे में जरूरत इस बात की है कि इनर और आउटर दोनों ही तरह की पर्सनैलिटी दमदार हो.