रंगों का त्योहार अब ज्यादा दूर नहीं रहा. होली के हफ्ते पहले से इसका नशा लोगों पर छाने लगता है. इसका जोश, उल्लास लोगों पर इस कदर छाता है कि दिन हो या रात कभी भी रंग की बौछार होने लगती है. ऐसे में आंख, कान और नाक का खासा ख्याल रखने की जरूरत है.

लोग अचानक से चेहरे पर रंग लगा देते हैं. अधिकतर समय हम इसके लिए तैयार नहीं होते और रंग हमारी आंखों में, नाक और कान में चले जाते हैं. इन अंगों समेत त्वचा पर भी इसका बुरा असर होता है. ऐसे में जरूरी है कि हम सावधान रहें और कुछ खास बातों को हमेशा ध्यान में रखें, जिससे आपकी मौज मस्ती फीकी ना पड़े और आप इस त्योहार को अच्छे से एंजौय कर सकें.

तो आइए शुरू करें

जब आंख में चला जाए रंग

शरीर के संवेदनशील अंगों में, खास कर के आंख, और कान में रंगों के जाने से परेशानी हो सकती है. आंख में रंग जाने से जलन होती है, इसके असर को कम करने के लिए आंख को अच्छे से पानी से धोएं. इसके बाद आंख में गुवाबजल डालें. इससे आपको ठंडक मिलेगी.

इससे बचने के लिए कोशिश करें कि गौगल लगा कर होली खेलें. इससे आपकी लुक जंचेगी

जब कान में चला जाए रंग 

जिस कान में रमग जाए उस ओर से लेट जाएं. ऐसा करने से पूरा रंग धीरे धीरे बाहर आ जाएगा. इसके बाद कान के बाहरी हिस्से को अच्छे से धो लें.

जब मुंह में चला जाए रंग

मुंह में रंग जाने से जीभ का स्वाद खराब होता है और उल्टी होती है. ऐसी स्थिति में अच्छे से कुल्ला करें और जब रंगों की कड़वाहट कम हो तो कुछ मीठा खाएं. इससे आपको अच्छा लगेगा.

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