पिछले दिनों पूरे आगरा शहर और दिल्ली के कई मैट्रो स्टेशनों पर ‘23 सितंबर 2016 से ताजमहल पर्यटकों के लिए बंद’ के पोस्टर लगने के बाद सनसनी मच गई थी. दरअसल यह 23 सितंबर को रिलीज हो रही श्रेयस तलपड़े की फिल्म ‘वाह ताज’ की पब्लिसिटी के लिए उठाया गया कदम था.
इस पोस्टर को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि आगरा में फिल्म के कलाकारों और बनाने वालों के खिलाफ एफ.आई.आर. तक दर्ज करा दी गई. मगर आगरा में इस फिल्म के पोस्टर लांच के मौके पर फिल्म के निर्माता पवन शर्मा, प्रस्तोता जयंतीलाल गाडा, निर्देशक अजित सिन्हा और हीरो श्रेयस तलपड़े ने जनता से माफी मांगते हुए कहा कि हमारा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं बल्कि इस मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित करना था.
श्रेयस बताते हैं कि इस फिल्म में वह महाराष्ट्र के एक किसान तुकाराम बने हैं जो एक दिन आगरा पहुंच जाता है और कहता है कि ताजमहल जिस जमीन पर बना है, वह उसकी है.
श्रेयस के मुताबिक यह फिल्म अपने यहां के सिस्टम पर कमेंट करती एक व्यंग्य फिल्म है जो हंसते-हंसाते कुछ गंभीर मैसेज देने की कोशिश कर रही है.
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