‘‘जोकर’’ जैसी असफल फिल्म के निर्देशक शिरीष कुंडेर अपनी नई लघु फिल्म ‘‘कृति’’ को लेकर जबरदस्त शोहरत बटोर रहे हैं. लघु फिल्म ‘‘कृति’’ में मनोज बाजपेयी और राधिका आप्टे की मुख्य भूमिका है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उनकी फिल्म की तारीफ कर चुके हैं. लेकिन फिल्म ‘‘कृति’’ के यूट्यूब पर रिलीज होने के दो दिन बाद जैसे ही नेपाली फिल्मकार अनिल न्यूपाने ने शिरीष कुंडेर पर आरोप लगाया कि शिरीष ने उनकी फिल्म ‘बीओबी’ की चोरी की, वैसे ही सब चुप हो गए.
अब तक बौलीवुड का एक भी शख्स शिरीष कुंडेर के समर्थन में आगे नही आया. पर विवाद पैदा होने के दो दिन बाद शिरीष कुंडेर ने नेपाली फिल्मकार अनील न्यूपाने को कानूनी नोटिस भेजकर माफी मांगने के लिए कहा है. अन्यथा मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात कही है. शिरीष कुंडेर का दावा है कि उनकी फिल्म ‘‘कृति’’ मौलिक फिल्म है.
इस सारे विवाद पर ‘‘सरिता’’ पत्रिका ने फिल्म ‘‘कृति’’ में मुख्य भूमिका निभा चुके अभिनेता मनोज बाजपेयी से बात की. मनोज बाजपेयी ने कहा-‘‘पता नहीं इन जनाब को कहां से लग गया कि उनकी फिल्म की चोरी की गयी है. उन्होने मई माह में अपनी फिल्म ‘यूट्यूब’पर लोड की है और हमने उससे पहले अपनी फिल्म बना ली थी. उनका दावा है कि फरवरी माह में उन्होने ‘वीमियो’ पर अपने निजी दोस्तों के लिए फिल्म को लोड किया था. शिरीष कुंडेर न तो उनका दोस्त है और न उनका किसी तरह से जुड़ाव है. फिर उन्होंने यह भी कहा है कि वह मुंबई आए थे. वह कहां कहां घूमे हैं, पता नही. पर हमारी फिल्म की स्क्रिप्ट कई माह से कईयों के पास थी.
अब शिरीष कुंडेर ने मानहानि का नोटिस इन सज्जन को भेजा है. यह सच को उजागर करने का मसला हो गया है. यह नोटिस शिरीष कुंडेर ने यह सोचकर भेजा है कि यह लड़ाई बहुत दूर तक लेकर जाएंगे. अब यह बात बहुत बड़ी हो गयी है, क्योंकि शिरीष कुंडेर के चाहने वाले ज्यादा है नहीं. उसके दुश्मन ज्यादा हैं. तो उन्होने इस बात को बहुत बढ़ा दिया और हमारे कुछ एक नेपाली मित्रों को लगा कि यह मौका है किसी पर चढ़ने का, तो वह चढ़ गए. मैं यह कहूंगा कि भाई, जो बार बार चिल्ला चिल्ला कर शिरीष को गलत कह रहे हैं. वह शिरीष की बात पर गौर करें. शिरीष ट्विटर पर लिखता है, ‘जिसे सत्य पाना है, वह तथ्यों में भी सत्य पा लेगा. लेकिन जिसको सिर्फ नकारना है, वह तथ्यों में भी नकारता रहेगा. उसके लिए सत्य मायने नहीं रखते.’ जो पहले पर राजी है, वह राजी हो जाए, जिन्हे दूसरे पर जाना है, वह नकारता रहे.’’
मनोज बाजपेयी ने आगे कहा- ‘‘आज ‘कृति’ के दर्शक तीस लाख की संख्या पर पहुंच चुके हैं. यह अपने आप में अतुलनीय है. जबकि नेपाली फिल्म को पहले सिर्फ तीन हजार दर्शक मिले थे. उन्होने जो विवाद पैदा किया, उससे यह हुआ कि उनके दर्शक बढ़कर सत्तर हजार हो गए. इस विवाद से फायदा तो उनका हुआ. इसीलिए उन्होने यह काम किया था. अनावश्यक रूप से यह आरोप लगाना कि हमारी फिल्म की तरह उनकी फिल्म में दीवार पर घड़ी थी और हमारी फिल्म में उनकी फिल्म की ही तरह सायक्रेटिक की दीवार पर प्रमाणपत्र लगा है. यह गलत है. आप खुद बताइए कि एक सायक्रेटिक के आफिस को और किस तरह से दिखाया जाता.’’
मनोज बाजपेयी यहीं पर नहीं रूके. उन्होने आगे कहा-‘‘तो यह सोचा समझा एक विवाद खड़ा किया गया. ताकि वह अपने आपको फायदा पहुंचा सके. बाकी तो अब वह नोटिस का जवाब देंगे. नोटिस का जवाब नहीं देंगे, तो अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर होगा.’’