पहले से दाम को लेकर लाल हुआ टमाटर अब और लाल हो जाएगा. टमाटर के दाम में और बढ़ोतरी हो सकती है. बुधवार रात हुई मूसलधार बारिश से बल्ह घाटी में टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. यहां टमाटर के खेत बारिश के पानी में डूब गए हैं. खेतों में दो से तीन फुट तक पानी भर गया है.
प्री-मानसून की पहली बारिश ने टमाटर उत्पादकों के अरमानों पर एक ही झटके में पानी फेर दिया है. टमाटर की फसल खराब होने से अब आम लोगों को भी अपनी जेब ढीली करनी होगी. आने वाले दिनों में टमाटर की मांग व दाम को लेकर हाहाकार मचना तय है.बल्ह घाटी में आठ सौ हेक्टेयर में होती है टमाटर की खेती
बल्ह घाटी में करीब 800 हेक्टेयर से अधिक भूमि में टमाटर की खेती होती है. इन दिनों यहां टमाटर की फसल पूरी तरह से तैयार है. देश की राजधानी दिल्ली सहित उत्तरी भारत की अन्य सभी छोटी-बड़ी सब्जी मंडियों में टमाटर की सप्लाई बल्ह घाटी से हो रही है. यहां से रोजाना करीब 200 छोटी-बड़ी गाड़ियां पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान जा रही हैं.
बुधवार शाम तक टमाटर के 20 किलोग्राम के क्रेट का दाम 500 रुपये किलो चल रहा था. यानी किसानों को खेत में ही टमाटर के दाम 25 रुपये प्रति किलो मिल रहे थे. बारिश से टमाटर के दाम में एकाएक उछाल आ गया है. रविवार सुबह टमाटर का 20 किलोग्राम का क्रेट 728 रुपये में बिका. एक रात में ही टमाटर के दाम में करीब 11 रुपये प्रति किलो की दर से इजाफा हुआ है. बारिश से हुए नुकसान के बाद टमाटर के दाम और बढ़ने की संभावना है. आने वाले दो-तीन दिन में टमाटर का 20 किलो का क्रेट 1000 रुपये तक पहुंच सकता है.
किसानों को बारिश से हुआ नुकसान
किसानों का कहना है कि बारिश से उनके खेत पानी में डूब गए हैं. इससे उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ेगा. मंदी के चलते गत वर्ष टमाटर का 20 किलो का क्रेट 50 से 100 रुपये तक बिका था. क्षेत्र के किसानों को इससे काफी आर्थिक नुकसान हुआ था. कई किसान कर्ज में डूब गए थे. इस बार सीजन शुरू होते ही किसानों को टमाटर के अच्छे दाम मिल रहे थे. 200 रुपये से शुरू हुए क्रेट के दाम 500 रुपये तक पहुंच गए थे. दिल्ली व अन्य राज्यों में परचून में टमाटर के दाम 100 रुपये तक पहुंच चुके हैं. अब बारिश से फसल को नुकसान पहुंचने से दाम में और इजाफा होगा.