नया साल जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के गेंदबाजों के लिए सौभाग्यशाली बनकर आया. एक रोमांचक मुकाबले में जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान की टीमों ने एक ऐसा रिकॉर्ड भी बना दिया, जो वनडे क्रिकेट के 34 सालों के इतिहास में कोई टीम नहीं बना सकी.

जी हां, कम स्कोर वाले इस मुकाबले में दोनों टीमों के मिलाकर कुल 18 बल्लेबाज दहाईं रन संख्या का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए. यानी मैच में 18 बल्लेबाज 10 रन भी नहीं बना सके. यह क्रिकेट के इतिहास में पहला मौका है जब 22 में से 18 बल्लेबाज 10 से कम पर आउट हुए हो.

इससे पहले साल 1981 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मुकाबले में 17 बल्लेबाज 10 से कम रन बनाकर आउट हुए थे. पिछले सप्ताह पहली बार अंतरराट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) की वनडे रैंकिंग में शीर्ष-10 में जगह बनाने वाली अफगान टीम सिर्फ 16.1 ओवर खेल सकी और मोहम्मद शहजाद (31) दहाई का आंकड़ा पार करने वाले एकमात्र बल्लेबाज रहे. जबकि जिम्बाब्वे के 3 बल्लेबाज दहाई के आंकड़े में पहुंचे.

जिम्बाब्वे ने तीसरे वन-डे में अफगानिस्तान को 117 रन के बड़े अंतर से हराकर पांच मैचों की सीरीज में अपनी उम्मीदें कायम रखी है. टॉस जीतकर 48.3 ओवरों में मात्र 175 रन बना सकी जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने बेहद धारदार गेंदबाजी की और अफगानिस्तान को उनके न्यूनतम स्कोर 58 रनों पर ढेर कर दिया. जिम्बाब्वे के ल्यूक जोंगवे ने पहली बार पांच विकेट लिए जबकि नेविल मादजिवा ने तीन विकेट लेकर अफगानिस्तान को मात्र 16.1 ओवर में ऑलआउट कर दिया.

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