दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के खिलाफ बंद हो चुके भ्रष्टाचार के 793 मुकदमों को दोबारा चलाने का रास्ता साफ हो गया है. दक्षिण अफ्रीका की सर्वोच्च अदालत ने अपने फैसले में कहा कि राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण की ओर से राष्ट्रपति का बचाव तर्को से परे है.
सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा है. कोर्ट ने जुमा के खिलाफ 1990 के दशक में हथियार खरीद में दर्ज भ्रष्टाचार के 793 मुकदमों को 2009 में वापस लेने को तर्कहीन बताया था. अदालत ने कहा कि क्यों राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण जुमा के खिलाफ मुकदमों को बंद करने पर तुली है. जबकि उसे इस बात पर विचार करना चाहिए कि किसने और किन आधारों पर केस बंद किया.
जुमा के पास विकल्प
जुमा इस फैसले के खिलाफ संवैधानिक अदालत जा सकते हैं. हालांकि, इसके लिए वाजिब आधार होना चाहिए. अभी तक तय नहीं है कि वे इस विकल्प का इस्तेमाल करेंगे या नहीं.
सहयोगी जा चुका है जेल
अदालत ने वर्ष 2005 में जुमा के पूर्व वित्तीय सलाहकार सचबीर शाहिक को घूस लेने के आरोप में सजा दे चुकी है.
एक दशक पुराना मामला
राष्ट्रपति जुमा पर पांच अरब डॉलर के हथियार खरीद में दलाली का आरोप है. 2005 में 793 मुकदमे दर्ज हुए.
विवादों से पुराना नाता
– 12 अप्रैल 1942 को दक्षिण अफ्रीका के नकांडला में जन्म हुआ
– 06 शादियां इन्होंने की है, जिनमें से चार अब भी उनके साथ रहती हैं
– 20 बच्चे हैं (अनुमानित) इनमें चार बच्चे उनकी पहली पत्नी से हैं
– 1973 में पहली शादी गेरट्रूड सिजाकाले खुमालो से हुई
– 2012 में ग्लोरिया बोंगेकिले नेगमा से विवाह किया
– 2003 में स्वाजीलैंड की प्रिंसेज से सगाई के लिए10 पशु दिए