दीदी के पत्र में लिखे शब्दों का सम्मान भी मुझे रखना है कि ‘भैया, याद रखना, ये पत्र सिर्फ तुम्हारे लिए है, इस का जिक्र तुम कभी किसी से न करना, पुलिस से भी नहीं.’